सतत विकास लक्ष्य को हासिल करने के लिए सीएम खट्टर ने अधिकारियों को क्या दिए निर्देश

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि नीति आयोग के निर्देशानुसार सभी विभाग रैकिंग में सुधार करने के लिए पैरामिटर अनुसार कार्य करे ताकि सतत विकास लक्ष्य हरियाणा 2030 को हासिल कर सतत और समावेशी हरियाणा 2047 के लक्ष्य की ओर बढा जा सकें।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चंडीगढ़ में सतत विकास को लेकर आयोजित अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की जिसमें 16 विभागों के मुख्य बिन्दुओं पर फोकस किया गया।इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जो विभाग सतत विकास लक्ष्य हरियाणा 2030 की रैंकिंग एवं पैरामीटर में कमजोर हैं, उन पर विशेष ध्यान दिया जाए और बिन्दुवार कार्य करें। उन्होंने कहा कि सभी उपायुक्तों के साथ हर जिले में प्रशासनिक अधिकारियों की भी तैनाती की जाए जो हर माह बैठकें आयोजित कर सतत विकास के लक्ष्य को लेकर समीक्षा करें और उसकी रिपोर्ट तय समय में सरकार को भेजी जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जिसने सतत विकास लक्ष्य को हासिल करने के लिए जिला स्तर पर इंडेक्स तैयार की है। इसमें सभी जिलों की परफॉर्मेंस के आधार पर आकलन किया जा रहा है। इसके साथ ही अलग अलग हैड बनाकर बजट का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्य 2030 के इंडेक्स में हरियाणा 57 से बढ़कर 67 प्रतिशत तक पहुंच गया है और रैंकिंग में भी आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सतत विकास लक्ष्य हरियाणा 2030 को हासिल करने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव के स्तर पर समूहों में कार्य किया जा रहा है। गरीबी, स्वास्थ्य, गुणवत्ता युक्त शिक्षा, लैगिंग समानता, स्वच्छ जल एवं स्वच्छता, सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा, बेहतर काम और आर्थिक विकास, उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचा, असमानता कम करना, सतत शहर एवं समुदाय, सतत उत्पाद एवं खपत, पर्यावरण कार्य, भूमि पर जीवन, शांति, न्याय एवं मजबूत संस्थान सहित 17 मुख्य बिन्दुओं पर बेहतर कार्य किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि विजन 2030 के तहत सरकार, सोसायटी एवं प्राइवेट सेक्टर को साथ लेकर कार्य करेगी ताकि सतत विकास लक्ष्य हरियाणा 2047 का लक्ष्य हासिल करने में कोई दिक्कत न आए।

 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए परिवार पहचान पत्र से प्राप्त डाटा अनुसार 5 आयु ग्रुप में बांटकर प्रारम्भिक शिक्षा को शत प्रतिशत सुनिश्चित करने के लिए बेहतर योजना तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि जन्म से 5 वर्ष आयु ग्रुप में स्कूली शिक्षा प्रदान करने के लिए हर बच्चे तक पहुंच बनाई जा रही है। यदि कोई बच्चा स्कूली शिक्षा से बाहर रह गया है तो उनके अभिभावक से तालमेल कर उसे शिक्षित करने के लिए जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा वाणिज्य एवं उद्योग में इज आफ डुईंग बिजनेस में अव्वल रहे हैं तथा पर्यावरण के क्षेत्र में और सुधार करने के लिए बेहतर कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर सतत विकास लक्ष्य हरियाणा 2030 एवं सतत और समावेशी हरियाणा 2047 को लेकर विस्तृत प्रस्तुति दी गई । इसमें विस्तार से अवगत करवाया गया कि अब तक प्रदेश में विभागों ने क्या प्राप्त कर लिया है और विजन 2047 अनुसार क्या प्राप्त करना है तथा इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए किस प्रकार के संसाधनों की आवश्यकता है।

 

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