( प्रदीप कुमार ), नागालैंड- राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को चौथे दिन बुधवार को नागालैंड में जबरदस्त जनसमर्थन मिला। जगह-जगह स्थानीय लोगों ने पूरी गर्मजोशी के साथ राहुल गांधी का भव्य स्वागत किया। राहुल गांधी ने लोगों के बीच पहुंचकर बातचीत की और लोगों के अनुरोध पर उनके साथ फोटो भी खिंचवाई।
इस दौरान राहुल गांधी ने हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए नागालैंड शांति समझौते को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा। राहुल गांधी ने कहा है कि नौ साल पहले प्रधानमंत्री ने नागा एकॉर्ड को लेकर जनता से कुछ वायदे किए थे। ये शर्म की बात है कि आज तक उस दिशा में एक भी सकारात्मक कदम नहीं बढ़ाया गया। अगर प्रधानमंत्री मोदी के पास नागालैंड की समस्याओं का कोई समाधान नहीं है, तो यहां के लोगों से झूठ बोलने का उन्हें कोई अधिकार नहीं है। नागालैंड के मुद्दे बहुत गंभीर हैं और इनके समाधान की जरूरत है। नागालैंड के लोगों के विश्वास के बिना, लोगों से बातचीत किए बिना कोई समाधान नहीं निकाला जा सकता।
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राहुल गांधी ने कहा कि देश में इस समय एक वैचारिक लड़ाई चल रही है। आरएसएस और भाजपा देश की सभी संस्कृतियों पर हमला कर रहे हैं। यात्रा के दौरान रास्ते में मुझे नागालैंड की संस्कृति, रहन-सहन की झलक देखने मिली। नागालैंड की विरासत और इतिहास बेहद समृद्ध है। जब मैं यहां भाषण देने चला तो कहा गया कि यहां के लोग अंग्रेजी समझते हैं। यह एक अच्छी बात है। लेकिन मैं चाहता था कि यह भाषण नागा भाषा में भी ट्रांसलेट की जाए, क्योंकि यह आपकी बोलचाल की भाषा है। मैं इसका सम्मान करता हूँ। मगर आरएसएस-भाजपा आपकी भाषा और संस्कृति पर हमला कर रहे हैं, अपमान कर रहे हैं। इस यात्रा से कांग्रेस संदेश देना चाहती है कि पूर्वोत्तर राज्य, भारत के किसी भी बाकी हिस्से जितने ही महत्वपूर्ण हैं।
मणिपुर हिंसा का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह शर्म की बात है कि प्रधानमंत्री मोदी अभी तक मणिपुर नहीं गए। भाजपा और आरएसएस की राजनीति ने राज्य को विभाजित कर दिया, राज्य को जला दिया। भाषण के आखिर में राहुल गांधी ने कहा कि आज केवल दो तीन लोग देश के पूरे कारोबार को नियंत्रित कर रहे हैं। देश में पाँच सौ सबसे बड़ी कंपनियाँ हैं, उनमें से एक के पास भी नागा नेतृत्व नहीं है।