Sunita Williams News: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स लंबे समय बाद अंतरिक्ष से धरती पर वापसी करेगी। सुनीता विलियम्स के साथ उनके साथी बुच विल्मोर की वापसी धरती पर वापसी होगी।प्राप्त जानकारी के अनुसार ये मिशन मिशन Crew-10 12 मार्च को लॉन्च हो सकता है।यह वही मिशन है,जो सुनीता विलियम्स की वापसी भी सुनिश्चित करेगा।बता दें कि नए क्रू के अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद सुनीता विलियम्स नए कमांडर को ISS का चार्ज हैंडओवर करेंगी। बता दें कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर करीब 9 महीने से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में है।
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Astronaut को हो सकती है ये समस्या –अतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर को लेकर सबसे बड़ा सवाल यह है कि लंबे समय तक स्पेस में रहने के बाद उन्हे किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना किया होगा।ऐसा बताया जाता है कि अंतरिक्ष यात्रियों में कई प्रकार के शारीरिक बदलाव होंगे, जिससे हाइट बढ़ना भी शामिल है।आइए जानते हैं कि स्पेस में रहने के दौरान एस्ट्रोनॉट्स की हाइट क्यों बढ़ जाती है?
वैज्ञानिकों ने किया सनसनीखेज खुलासा- वैज्ञानिकों के अनुसार जब भी कोई अंतरिक्ष यात्री लंबे समय तक स्पेस स्टेशन में समय बिताते है तब शरीर में सामान बदलाव देखने को मिलते है जैसे रीढ़ की हड्डी लूज हो जाती है, यानी फैल जाती है. इससे अंतरिक्ष यात्रियों की हाइट 2 से 3 इंच तक बढ़ जाती है । लेकिन ये बदलाव सामान्य होते है।अंतरिक्ष यात्री के शरीर में ये आमूलचूल परिवर्तन इसलिए होते है क्योंकि स्पेस में ग्रेविटी शून्य है।ग्रैविटी न होने के कारण इसका असर अंतरिक्ष यात्रियों पर पड़ता है ।
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इम्यून सिस्टम पर पड़ता है नकारात्मक प्रभाव – अंतरिक्ष से लौटने वाले अंतरिक्ष यात्रियों को लंबे समय तक डॉक्टरों का निगरानी मे रखा जाता है क्योंकि लंबे समय तक स्पेस स्टेशन में समय बिताते से अंतरिक्ष यात्रियों को इम्यून सिस्टम काफी कमजोर हो जाता है।इसके अलावा अंतरिक्ष यात्री स्पेस में एनीमिया के भी शिकार हो सकते हैं।