पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में हुए विनाशकारी भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। आपदा प्रबंधन कर्मियों ने सोमवार को भी बचाव अभियान जारी रखा। अधिकारियों ने बताया कि कई लोग अब भी लापता हैं और हजारों पर्यटक कटे हुए पहाड़ी इलाकों में फंसे हुए हैं।
Read Also: दिल्ली: ‘स्वदेशी मेला 2025’ में 15 राज्यों की कला, संस्कृति और परंपराओं का होगा प्रदर्शन
उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने कहा कि रविवार देर रात एक और शव मिलने के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़ गई है। उन्होंने बताया, “स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। कई लोग अब भी लापता हैं और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। लगातार बारिश बचाव कार्यों में बाधा डाल रही है।”
अधिकारियों ने बताया कि केवल 12 घंटों में 300 मिमी से ज्यादा बारिश के कारण हुए भूस्खलन ने दार्जिलिंग की पहाड़ियों और तलहटी के दोआर्स क्षेत्र को तबाह कर दिया है। सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में दार्जिलिंग के मिरिक, सुखियापोखरी और जोरेबंगलो और जलपाईगुड़ी जिले का नागराकाटा शामिल हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के नेतृत्व में कई जगहों पर बचाव अभियान जारी है और मलबे के ढेर में फंसे लोगों का पता लगाने के लिए मिट्टी हटाने वाली भारी मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
एक अधिकारी ने बताया, “40 से ज्यादा भूस्खलन स्थलों पर सफाई अभियान चल रहा है। हमारी टीमें मिरिक-दार्जिलिंग और सुखियापोखरी सड़कों को फिर से खोलने के लिए दिन-रात काम कर रही हैं।” मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी। एक अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन ने गोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन (जीटीए) और स्थानीय गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर राहत शिविर स्थापित किए हैं। सभी विस्थापित परिवारों को भोजन, कंबल, दवाइयां और पीने का पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।”
Read Also: कर्नाटक में लिंगायतों को अलग धर्म का दर्जा देने की फिर उठी मांग
दार्जिलिंग पहाड़ियों का प्रशासन करने वाली अर्ध-स्वायत्त संस्था, जीटीए के एक अधिकारी ने बताया कि आपदा के 24 घंटे बाद भी कई बस्तियों का सड़क संपर्क टूटा हुआ है। पूरी ढलानें धंस गई हैं, पुल बह गए हैं और सड़कों का एक बड़ा हिस्सा कीचड़ में दब गया है। कुछ अंदरूनी गांवों तक पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर की जरूरत पड़ सकती है। दुर्गा पूजा की छुट्टियों में पहाड़ों पर आए सैकड़ों पर्यटक अब भी फंसे हुए हैं, क्योंकि तलहटी में सिलीगुड़ी जाने वाली मुख्य सड़कें अवरुद्ध हैं। अधिकारी ने बताया कि वैकल्पिक मार्गों से उन्हें सिलीगुड़ी तक पहुंचाने की कोशिशें की जा रही हैं। वहीं मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार सुबह तक इस क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रह सकती है और दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी और कूचबिहार जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है।