Cave on Moon: भारत समेत दुनियाभर के वैज्ञानिक दूसरी दुनिया’ की तलाश में खोज करते रहते है। कई सालों तक रिसर्च करने के बाद वैज्ञानिकों को सफलता मिली।वैज्ञानिक को चंद्रमा की सतह पर ऐसा प्रमाण मिले है जहां भविष्य में इंसानों के रहने की उम्मीद जगी है।दुनियाभर के वैज्ञानिक चांद पर इंसानी बस्ती बनाने का सपना कई सालों से देख रहे हैं। इसके लिए व लंबे समय से रिसर्च कर रहे है।
वैज्ञानिक को मिली बड़ी सफलता- क्यां चांद पर इंसान रह सकता है? अब चंद्रमा पर एक गुफा मिली है, जिसका वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है। यह गुफा उस स्थान पर स्थित है, जहां चांद पर 55 साल पहले अमेरिका अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग और बज एल्ड्रिन उतरे थे।
मील का पत्थर साबित होगी यह खोज- कई सालों की खोज के बाद वैज्ञानिकों को एक बड़ी सफलता है।वैज्ञानिकों ने चादं की सतह पर गुफा को खोज लिया है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि चांद की सतह पर गुफा एक बेहतरीन ठिकाना हो सकती है। चांद की सतह पर मुश्किल वातावरण में गुफा एक बेहतर आश्रय प्रदान कर सकती है। इससे चांद पर लंबे समय तक टिक कर रिसर्च करना वैज्ञानिकों के लिए अब सरल होगा।ऐसा दावा किया गया कि चंद्रमा पर सबसे गहरे ज्ञात गड्ढे से गुफा तक पहुंचा जा सकता है।
जानें NASA का प्लान –आपको बता दें कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा, चांद पर एक सेमी-परमानेंट (अर्ध-स्थायी) क्रू बेस बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण काम कर रही है। अमेरिकी के प्रतिद्वंदी देश चीन और रूस भी चांद पर रिसर्च बेस बनाने के होड़ में लगे हुए है। हालांकि चांद पर बेस तभा बनाया जा सकता है जब ब्रह्मांडीय विकिरण से कोई खतरा न हो तथा स्थिर तापमान वाला वातावरण मिले।फिलहाल वैज्ञानिकों के लिए राहत की खबर ये है कि गुफा के बारे में जानकारी मिलने से आपातकालीन घर का रास्ता साफ हो गया है. जी हां, इस गुफा में रहते हुए अंतरिक्ष यात्री स्वाभाविक रूप से हानिकारक ब्रह्मांडीय किरणों, सौर विकिरण और सूक्ष्म उल्का पिंडों से सुरक्षित रहेंगे.
