सावधान! कोरोना के आतंक के बाद अब दस्तक दे रहा है ये नया वायरस Mpox

Mpox: अभी कुछ समय पहले ही दुनिया के तमाम देशों ने कोरोना वायरस के आतंक और भयावह माहौल से चैन की सांस ली है। ऐसे में अगर यह पता लगे कि दुनिया में एक और खतरनाक वायरस आ गया है और इसके बारे में WHO ने भी चेतावनी जारी की है, तो ये कही न कही एक बार फिर से डराने वाली स्थिति हो सकती है। इस पनपते वायरस का नाम है, एमपॉक्स (Mpox) जिसे आम भाषा में मंकी पॉक्स के नाम से भी जाना जाता है। अफ्रीका-स्वीडन के बाद ये वायरस अब पाकिस्तान तक पहुंच गया है, हाल ही में एक ताजा केस सामने आया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने बीते दिन इस वायरस को लेकर समीक्षा बैठक की और तैयारियों का जायजा भी लिया।

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आपको बता दें, कि हेल्थ एजेंसी ने इस एमपॉक्स (Mpox) वायरस को ग्रेड-3 के रूप में कैटिगराइज्ड किया है जिसका मतलब है कि इस पर जल्द  से जल्द ध्यान देने की आवश्यकता है। सामने आई रिपोर्ट के अनुसार देखा जाए तो जनवरी 2023 से अब तक इस वायरस से जुड़े 27000 मामले सामने आ चुके हैं जिसमें 1100 से अधिक लोगों तक मौत भी हो चुकी हैं। सामने आया है कि पहले इस वायरस के केस सिर्फ अफ्रीका में ही थे, लेकिन अब यह वायरस अफ्रीका से बाहर पैर पसारने लगा है। अफ्रीका-स्वीडन के बाद ये वायरस अब पाकिस्तान तक पहुंच गया है, हाल ही में एक ताजा केस सामने आया है।

क्या है WHO का कहना ?

WHO का कहना है कि इस वायरस का एक वेरिएंट तेजी से फैल रहा है। कई देशों में इस वायरस के मामलों का पता लगना बहुत चिंताजनक है। WHO का कहना है कि जितनी तेजी से यह वायरस  फैल रहा है इसे रोकने और इससे लोगों के जीवन को बचाने के लिए जल्द से जल्द इंटरनेशनल एक्शन लेने की जरूरत है।

क्या है Mpox वायरस ?

एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है, जो ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस की एक प्रजाति है। एमपॉक्स को पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था. इस वायरस की पहचान वैज्ञानिकों ने पहली बार 1958 में की थी जब बंदरों में ‘पॉक्स जैसी’ बीमारी का प्रकोप हुआ था। ये एमपॉक्स वायरस उसी परिवार से संबंधित है, जिसमें चेचक होता है।

यह वायरस कैसे फैलता है-

यह एक वायरल बीमारी है, जो किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने से हो सकता है। यह वायरस किसी व्यक्ति के हाथ, मुंह या अन्य तरह से शरीर में प्रवेश करता है। इसी के साथ यह वायरस घावों के जरिए भी फैल सकता है। रिपोर्ट के अनुसार अफ्रीका में यह वायरस ज्यादातर उन लोगों में पाया गया जो किसी संक्रमित जानवर के संपर्क में थे। इसी के साथ यह किसी पब्लिक प्लेस में इस्तेमाल होने वाली चीजों को छूने से भी फैलता है।

जानिए इस वायरस के लक्षण-

इस वायरस से संक्रमित लोगों के शरीर पर जैसे हाथ, पैर, मुंह, छाती और अन्य अंगों पर सफेद या पीले दाने हो जाते हैं। सफेद दाने मवाद से कारण होते हैं। यह दाने ठीक होने से पहले इनकी पपड़ी जैसी बनती है जिसके बाद यह ठीक हो जाते हैं।

क्या है इसका इलाज-

रिपोर्ट के अनुसार, इस वायरस के हजारों मामले सामने आए हैं लेकिन फिर भी इसका कोई सटीक इलाज नहीं मिल पाया है। सीडीसी का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति इस वायरस से पीड़ित है और अगर उसकी इम्युनिटी अच्छी है व उसे कोई स्किन प्रॉब्लम नहीं है तो वह बिना किसी इलाज के भी ठीक हो सकता है। वहीं WHO का कहना है कि यदि किसी को इसके हल्के से भी लक्षण दिखाई दें तो वह बुखार की दवाई ले सकता है।

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Mpox वायरस को लेकर भारत सरकार भी अलर्ट

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने हाल ही में इस वायरस को लेकर विशेष बैठक की है। इस संबंध में जानकारी शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि “विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा ‘एमपॉक्स’ वायरस को अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किए जाने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वर्तमान स्थिति और तैयारियों की समीक्षा की। भारत में अभी तक ‘एमपॉक्स’ का कोई मामला सामने नहीं आया है। भारत सरकार इस बीमारी के संभावित प्रसार को रोकने और नियंत्रित करने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है। @MoHFW_India स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रही है और सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”

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