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सेना ने बताया कि हिमस्खलन सुबह साढ़े पांच बजे से छह बजे के बीच हुआ, जिससे आठ ‘कंटेनरों’ और एक शेड के अंदर मौजूद श्रमिक दब गए। त्वरित प्रतिक्रिया टीम को बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया जिसमें ‘आइबेक्स ब्रिगेड’ के 100 से ज्यादा कर्मी शामिल है, जिन्हें विशेष रूप से अधिक ऊंचाई वाले बचाव कार्यों के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। टीम में चिकित्सक और एम्बुलेंस शामिल है।
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आपको बता दें कि अभी स्थिति वह पर गंभीर है क्योंकि ‘कंटेनर’ छह से सात फुट बर्फ के नीचे दबे हुए हैं। ये मजदूर सेना के आवागमन के लिए नियमित रूप से बर्फ हटाने का काम करते हैं । घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस, सेना, सीमा सड़क संगठन, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, राज्य आपदा प्रतिवादन बल और आपदा प्रबंधन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और खराब मौसम, लगातार बर्फबारी और भीषण ठंड के बीच बचाव और राहत कार्य शुरू किया।