दिल्ली। (रिपोर्ट- तरुण कालरा) हाथरस मामले में वाल्मीकि समाज ने दिल्ली में पंचायत की है। पंचायत में कांग्रेस के दलित नेता धर्मगुरुओं के साथ शामिल हुए। बैठक में जज की अगुवाई में हाथरस कांड की जांच की मांग का प्रस्ताव पारित किया गया है।
दिल्ली के अम्बेडकर भवन में दलित समाज की ये पंचायत हाथरस कांड पर हुई। बैठक में यूपी में सत्तारूढ़ सरकार की कार्यशैली को संदेह में बताया गया और इस बैठक में कांग्रेस के दलित नेता धर्मगुरुओं के साथ शरीक हुए। पंचायत ने प्रस्ताव पास किया है कि सीबीआई जांच महज सत्तारूढ़ केंद्र और यूपी सरकार का छलावा है। पूर्व सांसद उदित राज ने सिटिंग जज की अगुवाई में जांच की मांग उठाई है। पंचायत की मांग के समर्थन में प्रस्ताव भी पास किया है।
हाथरस कांड पर एक बड़ी पंचायत 18 अक्टूबर के दिन भी बुलाई गई है। कांग्रेस के दलित नेताओं के मुताबिक मृतक परिवार को न्याय दिलाने के लिए अगली पंचायत में आंदोलन की रूपरेखा पर चर्चा की जाएगी।
दो-चार मुस्लिम या मुस्लिम -नक्सल संगठन जैसे PFI को पकड़कर सजीशकर्ता करार करके हाथरस कि घटना हो या कोरोना को रोकने में नाकामी को दबा दिया जाता है।महान जनता गुमराह भी हो जाती है।@INCIndia
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) October 10, 2020
कांग्रेस की मामले में प्रमुख मांग न्यायपालिक की देखरेख में जांच की है। कांग्रेस कई मौकों पर आरोप लगा चुकी है कि सीबीआई सत्तारूढ़ दल के लिए राजनीतिक हथियार बन चुकी है, लिहाजा मामले में सच सामने आ पाएगा ये आशंकित है।