इजराइल और हमास के बीच 22 महीने से जारी युद्ध में अब तक गाजा में 63,025 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। फिलिस्तीनियों को विस्थापन, विनाश और अकाल का भी सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, मंत्रालय मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या में यह स्पष्ट नहीं करता कि कितने आम नागरिक हैं और कितने हमास के लड़ाके। Gaza
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गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को बताया कि गाजा शहर में इजराइल के विस्तारित आक्रमण की शुरुआत के साथ ही मृतकों की संख्या 63,000 से अधिक हो गई है। संयुक्त राष्ट्र और स्वतंत्र विशेषज्ञ इसे (मृतक आंकड़े को) युद्ध में हताहतों की संख्या का सबसे विश्वसनीय स्रोत मानते हैं। Gaza
इजराइल-हमास युद्ध एक जटिल और लंबे समय से चल रहा संघर्ष है, जिसमें दोनों पक्षों के बीच कई बार हिंसक झड़पें हुई हैं। इजराइल-हमास युद्ध की जड़ें 14 मई 1948 में इजराइल की स्थापना और फिलिस्तीनियों के विस्थापन में हैं। वहीं हमास एक फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन है जो इजराइल के अस्तित्व को मान्यता नहीं देता और फिलिस्तीनियों के लिए लड़ रहा है। गाजा पट्टी पर इसका प्रभाव अधिक है। इजराइल ने गाजा पट्टी पर कब्जा छोड़ दिया था, लेकिन फिर भी वहाँ नाकेबंदी और सैन्य कार्रवाई जारी रखता है। Gaza
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अक्टूबर 2023 में हमास ने इजराइल पर बड़े स्तर पर रॉकेट से हमला किया था, जिसमें कई इजराइली नागरिक मारे गए थे। फिर जवाबी कार्रवाई में इजराइल ने गाजा में हमास के ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसमें कई फिलिस्तीनी मारे गए। इस संघर्ष में दोनों पक्षों के कई लोग मारे गए हैं और भारी जान-माल का नुकसान हुआ है। गाजा में आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई है और लोगों को बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। दोनों पक्षों के बीच युद्धविराम की कोशिशें हुई हैं, लेकिन संघर्ष अभी भी जारी है। संयुक्त राष्ट्र और भारत समेत कई देशों ने इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए युद्धविराम की अपील की है। Gaza
