Firozabad: उत्तर प्रदेश के फिरोजबाद को कांच नगरी के तौर पर दुनिया भर में जाना जाता है। यहां बनी चूड़ियों और हाथ से बने कांच के सामानों की काफी मांग है। क्रिसमस और नए साल के मौके पर यहां बने उत्पादों की मांग बढ़ी है। विदेशी बाजारों में हर साल फिरोजाबाद में बने गुलदस्तों, मोमबत्ती स्टैंड, क्रिसमस के सजावटी सामान, हैंगिंग लाइट और क्रिसमस ट्री बॉल्स की खास मांग रहती है।
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हालांकि, इस साल अमेरिकी टैरिफ ने निर्यात को झटका दिया है। इससेे विदेशी ऑर्डर में भारी गिरावट आई है और अंतरराष्ट्रीय मांग पर निर्भर कारीगरों के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं। इसका असर आमतौर पर व्यस्त रहने वाले मौजूदा सीजन पर दिख रहा है। निर्यातकों का कहना है कि मंदी ने न सिर्फ इस साल के कारोबार पर असर डाला है बल्कि अगले साल के ऑर्डर के लिए की जाने वाली पूछताछ में भी गिरावट आई है।Firozabad
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निर्यात को लेकर दिख रही तमाम चुनौतियों के बावजूद कुछ शोरूम मालिकों का कहना है कि घरेलू बाजार में मांग में तेजी देखी जा रही है।कांच उद्योग से जुड़े लोगों का मानना है कि अगर सरकार ध्यान दे और उसकी तरफ से निर्यात को लेकर राहत दी जाए तो उनकी मुश्किलें काफी हद तक हल हो जाएंगी।वहीं क्रिसमस और नए साल के मौके पर फिरोजाबाद के कांच के उत्पादों की चमक इस बार भी बरकरार है। ये घरेलू बाजार से उनके लिए उम्मीद की नई किरण है। Firozabad
