गोहाना(सुनील जिंदल): पिछले दो तीन दिन से हो रही बारिश व कोरोना के चलते चावल एक्सपोर्ट नहीं होने से गोहाना की अनाज मंडी में बासमती धान के भाव में 500 रुपए तक कमी आ गई, जिसके चलते किसानों के चेहरों पर मायूसी देखने को मिल रही है मंडी में अपनी धान की फसल बेचने आए किसानों ने बताया बेमौशमी बारिश के चलते किसानो की धान की फसल में नमी आने के चलते धान के भाव में 500 रुपए तक कमी आ गई है।
मंडी में किसानों की मानें तो मंडी में धान की फसल खरीदने के लिए कोई ख़रीदर नहीं है जिस के चलते उनकी फसल कई-कई दिन में बिक रही है। इस समय उनके खेतों में धान की कटाई के साथ साथ गेहू की बुआई का काम चल रहा है और ऊपर के ख़राब मोसम के चलते किसानों को ज्यादा परेशानी हो रही है।
फसल पिछले सप्ताह चार हजार से 42 सौ रुपए बिक रही थी आज 35 सौ रुपए में भी उसे खरीदने वाला नहीं है। वहीं, मंडी के आढ़तियों की माने तो बेमौसमी बारिश के चलते किसानो की फसलों में नमी आने से धान की फसलों के भाव में भारी गिरावट आई है और इसका एक कारण कोरोना के चलते चावल का एक्सपोर्ट बंद होना भी है।