नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): पीएम मोदी ने आंध्रप्रदेश में स्वतंत्रता सेनानी सीताराम राजू की प्रतिमा का अनावरण किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि उनका जीवन हमारे लिए प्रेरणा है। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी का संग्राम बलिदानों का इतिहास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंध्र प्रदेश के भीमावरम पहुंचे। यहां पीएम मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी अल्लुरी सीताराम राजू की 125वीं जयंती समारोह में हिस्सा लिया, साथ ही कांस्य की बनी उनकी प्रतिमा का अनावरण भी किया। प्रधानमंत्री ने कहा, आंध्र की इस धरती की महान आदिवासी परंपरा को, इस परंपरा से जन्में सभी महान क्रांतिकारियों और बलिदानियों को भी आदरपूर्वक नमन करता हूं। पीएम मोदी ने कहा, सीताराम राजू गारू की 125वीं जन्मजयंती और रम्पा क्रांति की 100वीं वर्षगांठ को पूरे साल मनाया जाएगा।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी का संग्राम बलिदानों का इतिहास है। प्रधानमंत्री ने कहा कि, आजादी का संग्राम केवल कुछ वर्षों का, कुछ इलाकों का या कुछ लोगों का इतिहास नहीं है। ये इतिहास, भारत के कोने-कोने और कण-कण के त्याग, तप और बलिदानों का इतिहास है। उन्होंने कहा, हमारे स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास हमारी विविधता, सांस्कृतिक शक्ति और एक राष्ट्र के रूप में हमारी एकजुटता का प्रतीक है।
Also Read Kullu Accident: मोदी सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान, घायलों और मृतकों को दिए जाएंगे इतने रुपए
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि, स्वतंत्रता आंदोलन में देश की आजादी के लिए युवाओं ने आगे आकर नेतृत्व किया था। नए भारत के सपनों को पूरा करने के लिए युवाओं के पास सबसे उत्तम अवसर है। देश में नए आयाम खुल रहे हैं। नई सोच है और नई संभावनाएं जन्म ले रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा, सीताराम राजू गारू भारत की सांस्कृतिक और आदिवासी पहचान, भारत के आदर्शों व मूल्यों के प्रतीक हैं। उनकी जीवन यात्रा हम सभी के लिए प्रेरणा है। भारत के आध्यात्म ने सीताराम राजू गारू को करुणा और सत्य का बौद्ध दिया। आदिवासी समाज के लिए समभाव और मम्भाव दिया, त्याग और साहस दिया।
पीएम मोदी ने अल्लूरी सीताराम राजू की 125वीं जन्मजयंती और रम्पा क्रांति की 100वीं वर्षगांठ को पूरे वर्ष सेलिब्रेट करने का भी ऐलान किया है। संबोधन के बाद पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश के प्रमुख स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पसाला कृष्णमूर्ति की 90 वर्षीय बेटी पासाला कृष्ण भारती के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।