प्रदीप कुमार – आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने सिख धर्म के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादे और माता गुजरी जी को संसद में हर साल शहीदी हफ्ते के दौरान श्रद्धा के फूल अर्पित करने की मांग उठाई है।
राघव चड्ढा ने आज उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ को मांगपत्र सौंपा। अपने पत्र में चड्ढा ने लिखा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों की शहादत दुनिया के इतिहास की सबसे दर्दनाक और दिल को कंपा देने वाली घटना है।
एक तरफ़ जहां ये घटना दरिन्दगी की घिनौनी तस्वीर प्रस्तुत करती है, वहीं दूसरी ओर साहिबज़ादों के जुझारूपन, शौर्य और सिखी सिदक की भावना प्रकट करती है।
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श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के दो बड़े साहिबज़ादे बाबा अजीत सिंह जी और बाबा जुझार सिंह जी चमकौर की जंग में लड़ते हुए शहीद हुए और दो छोटे साहिबज़ादे बाबा ज़ोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी को हुकूमत ने शहीद कर दिया।
इस महान शहादत के बारे में मैथिली शरण गुप्त ने लिखा है… जिस कुल जाति देश के बच्चे दे सकते हैं जो बलिदान। उसका वर्तमान कुछ भी हो भविष्य है महा महान।।
साहिबज़ादों ने अपनी कुर्बानी देकर सिख कौम और देश कि नाम ऊँचा किया। साहिबज़ादों पर तरह-तरह के जुल्म किए गये और उन्हें तड़पा- तड़पाकर शहीद किया गया। उन्होंने दसवें बादशाह, देश और कौम की शान बढ़ाई।
राघव चड्ढा ने सभापति से मांग की कि देश के सभी एजुकेशन बोर्ड श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और उनके चार साहिबज़ादों की देश और धर्म की रक्षा के लिए दी गई शहादत को स्कूल में बच्चों को पढ़ाए। इस पढ़ाई से न केवल बच्चे गुरु साहिब जी की वीर गाथा को जानेंगे बल्कि उनके अंदर देशभक्ति का जज़्बा भी पैदा होगा।