भारतीय महिला क्रिकेट टीम लंबे और मिश्रित सफलता वाले घरेलू सत्र का अंत मंगलवार को यहां तीसरे और अंतिम मुकाबले में जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्वदेश में पहली बार टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज जीतकर करना चाहेगी।तीन मैच की सीरीज एक-एक से बराबर चल रही है और हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली भारतीय टीम के पास गत विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर 2024 टी20 अंतरराष्ट्रीय विश्व कप के साल की शुरुआत इस प्रारूप में जीत के साथ करने का मौका है।भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच द्विपक्षीय टी20 श्रृंखलाओं में से केवल एक में जीत दर्ज की है जबकि चार में उसे हार का सामना करना पड़ा है।भारत ने एकमात्र सीरीज 2015-16 में ऑस्ट्रेलिया में जीती थी और इस टीम के खिलाफ उसकी उपलब्धियों में ये टॉप पर है।
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भारत ने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को रिकॉर्ड नौ विकेट से हराया था लेकिन दूसरे मैच में मेजबान टीम को छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा।भारत के लिए हरमनप्रीत की फॉर्म चिंता का विषय बनी हुई है। भारतीय कप्तान सभी प्रारूपों में पिछले 10 मैच में अर्धशतक जड़ने में नाकाम रही है।दूसरे मैच में ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने गेंद और बल्ले दोनों से अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन भारत को जीत दिलाने में नाकाम रहीं।उन्होंने 27 गेंद में 31 रन बनाकर भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया और फिर ऑस्ट्रेलिया की पारी के शुरुआती दो विकेट भी चटकाए लेकिन ये टीम को जीत दिलाने के लिए नाकाफी थी।शुरुआती दो टी20 मुकाबलों की पिच पर बल्लेबाजों को स्वच्छंद होकर खेलने का मौका नहीं मिला है विशेषकर पहली पारी में जिससे गेंदबाजों का दबदबा देखने को मिला।दीप्ति को भी दूसरे मैच की पिच बल्लेबाजी के लिए चुनौतीपूर्ण लगी। उन्होंने कहा, ‘‘यह बल्लेबाजी के लिए आसान विकेट नहीं था। गेंद टर्न के साथ-साथ (पिच पर टप्पा खाने के बाद) धीमी रह रही थी। मुझे लगता है कि हमने लगभग 15 रन कम बनाए।’’
(SOURCE PTI )
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