( प्रदीप कुमार ), दिल्ली- किसान के दिल्ली कूच पर किसान कांग्रेस अध्यक्ष सुखपाल सिंह खैरा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मोदी सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए, इसलिए किसानों के पास दिल्ली कूच के सिवाए कोई रास्ता नहीं बचा था।
कांग्रेस ने केंद्र सरकार से एमएसपी के लिए कानून बनाने की मांग को लेकर आंदोलन का समर्थन करते हुए दिल्ली कूच के लिए जा रहे किसानों पर हो रही दमनकारी कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की। किसान कांग्रेस के अध्यक्ष सुखपाल सिंह खैरा ने आज दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में यह भी कहा कि पिछली बार हुए किसान आंदोलन के दौरान मोदी सरकार ने किसान संगठनों से कई वादे किए थे, जो दो साल होने पर भी पूरे नहीं हुए। इसलिए किसानों-मजदूरों के पास दिल्ली कूच के सिवाए कोई रास्ता नहीं बचा।
खैरा ने कहा कि पिछली बार किसान आंदोलन में करीब 700 किसान शहीद हुए थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार भी संवेदना जाहिर नहीं की। मोदी सरकार ने किसान संगठनों से वादा किया था कि न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी गारंटी देंगे तीनों काले कृषि कानून रद्द होंगे। किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस होंगे। शहीद किसानों के परिवारों को मुआवजा व बच्चों को नौकरी देंगे। बिजली संशोधन बिल वापस लेंगे। दो साल से ज्यादा होने पर भी मोदी सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए। ऐसे में किसानों-खेत मजदूरों के पास दिल्ली कूच के सिवाए कोई रास्ता नहीं बचा था।
सुखपाल सिंह खैरा ने कहा कि मोदी सरकार के इशारे पर हरियाणा सरकार की पुलिस, पंजाब के बॉर्डर में घुसकर किसानों से मारपीट कर रही है, इसका कौन जिम्मेदार है। भाजपा के मंत्री कहते हैं कि बातचीत करके मसला हल होगा। जब बातचीत से मामला हल होना था, तो तीन साल तक किसानों से क्यों बात नहीं की गई। मोदी सरकार अरबपतियों का लाखों-करोड़ों का कर्ज माफ कर सकती है, लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं करती है।
खैरा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने एमएसपी को लेकर घोषणा की है। कांग्रेस केंद्र सरकार से मांग करती है कि वो एमएसपी को लेकर एक कानून बनाए। इस बार के आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान मजदूर मोर्चा को दिल्ली आने दिया जाए।