उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ यानी स्पेशल टास्क फोर्स ने शुक्रवार को ‘इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस’ (आईईडी) जैसे विस्फोटक का इस्तेमाल कर टाइमर बम बनाने के ‘मास्टरमाइंड’ को मुजफ्फरनगर जिले के कोतवाली नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया।पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपित के पास से चार टाइमर ‘बोतल बम’ बरामद किया गया है।अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) और एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि एसटीएफ टीम ने शुक्रवार सुबह करीब पौने 11 बजे टाइमर बम बनाने वाले मास्टरमाइंड जावेद को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चार टाइमर बोतल बम (आईईडी) बरामद किए।
जावेद मुजफ्फरनगर जिले के कोतवाली नगर के रामलीला टीला में रहता था। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की एसटीएफ को लंबे वक्त से फरार/पुरस्कार घोषित अपराधियों के एक्टिव होकर अपराध करने और उसमें शामिल होने की जानकारी मिल रही थी।जावेद के खिलाफ मुजफ्फरनगर के कोतवाली नगर पुलिस स्टेशन में आईपीसी से जुड़ी धाराओं और एक्सप्लोसिव सब्सटेंसेस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपित जावेद ने पूछताछ में बताया कि बोतल बम एक तरह का आईईडी है। उसने बताया कि बोतल के अन्दर गन पाउडर-999, लोहे की छोटी गोलियां, रूई, पीओपी जैसी चीजें है।पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि बम डिस्पोजल स्क्वॉड ने चार बोतल बमों को अपने कब्जे में ले लिया और न्याजुपुरा के जंगल में उन्हें डिफ्यूज कर दिया।
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आरोपित ने बताया कि यो बोतल बम उसने आजाद की पत्नी इमराना आजाद के कहने पर बनाया। पूछताछ में ये भी पता चला कि इमराना ने जावेद को बोतल बम बनाने के लिए 10,000 रुपये एडवांस के तौर पर दिए थे और कहा था कि वो डिलीवरी के समय उसे 40,000 रुपये और देगी। आरोपित जावेद को शुक्रवार को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो इन बोतल बमों को इमराना को देने आया था।
बोतल बम आईईडी बनाने के बारे में पूछताछ पर आरोपित जावेद ने बताया कि उसने पटाखे बनाने वाले अपने चाचा अर्शी के यहां रहकर बारूद और बोतल बम बनाने का काम सीखा और कुछ जानकारी उसने यू-टयूब और इंटरनेट के जरिए हासिल की थी।उसने पुलिस को बताया कि इन टाइमर बोतल बम का कहां इस्तेमाल करना था, इसके बारे में इमराना ही जानती है।