Shiv Sena: शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद संजय राउत, एमएसपी समेत अपनी कई मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने किसानों के आंदोलन को भी सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि गडकरी झूठ नहीं बोलते हैं। बस किसानों की हालात को उन्हें समझना चाहिए। दरअसल, खबर को तोड-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की तरफ से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव जयराम रमेश को भेजे गए कानूनी नोटिस पर संजय राउत ने कहा कि गडकरी झूठ नहीं बोलते हैं लेकिन उन्हें देश के किसानों के मौजूदा हालात को समझने की जरूरत है।
गडकरी के वकील ने बताई सच्चाई
पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कथित तौर पर एक्स पर उनके बारे में भ्रामक और अपमानजनक न्यूज कंटेंट शेयर करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और महासचिव महासचिव जयराम रमेश को शुक्रवार 1 मार्च को कानूनी नोटिस भेजा था। इस पर गडकरी के वकील बालेंदु शेखर ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे और जयराम रमेश ने जानबूझकर एक वेब पोर्टल को दिए गए गडकरी के इंटरव्यू की 19 सेकेंड की वीडियो क्लिप पोस्ट की जिसमें उनके पूरे बयान के संदर्भ को छिपाया गया था।
खरगे और जयराम रमेश को माफी मांगने को कहा
कांग्रेस की तरफ से शेयर किए गए वीडियो का पीआईबी ने फैक्ट चेक किया था। जिसके बाद अब इस पूरे मुद्दे को लेकर गडकरी के कानूनी नोटिस में दोनों नेताओं (मल्लिकार्जुन खरगे और जयराम रमेश ) से माफी मांगने को कहा गया है।
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संजय राउत का बयान
संजय राउत ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नितिन गडकरी जी बहुत ही अनुभवी नेता हैं, बहुत ही स्पष्ट वक्ता हैं। नितिन गडकरी जी की ये खासियत है, वो झूठ नहीं बोलते। जो उनके मन में है, बोल देते हैं, उनके मन की बात झूठी नहीं होती, तो मुझे नहीं लगता है कि गडकरी जी जो बोल रहे हैं और गडकरी जी ने जो बोला है, उसमें कोई तकावट है। इस देश के किसानों की हालत बहुत खस्ता है, बहुत खराब है, खुले आम किसानों को देशद्रोही ठहराया जा रहा है। किसानों की जो मांग है एमएसपी, जो मुआवजे की मांग है, उसमें गलत क्या है, लेकिन अगर नोटिस दिया है नितिन जी ने, तो मुझे जरूर विश्वास है कि नितिन जी उस बारे में आत्म चिंतन करेंगे कि देश के किसानों की हालत असल में क्या है।