भारत से इजराइल जाएंगे बड़ी तादात में भारतीय मजदूर, क्या है कारण ?-जानिए

इजराइल और आतंकवादी संगठन हमास के बीच चल रहे संघर्ष से हर तरफ नुकसान ही नुकसान हुआ है। इजराइल में कई इमारतों और इंफ्रास्ट्रकचर को भारी नुकसान पहुंचा है, जिसके चलते वहां की सरकार ने अपने दोस्त भारत से मदद का अनुरोध कर भारतीय मजदूरों की डिमांड की है।

आपको बता दें, भारी संख्या में भारतीय मजदूरों को इजराइल भेजने की तैयारी चल रही है। अपनी स्वेच्छा से अच्छे वेतनमान पर जो भी मजदूर इजराइल जाना चाहते हैं उन्हीं को इजराइल भेजा जाएगा। इजराइल और आतंकवादी संगठन हमास के बीच चल रहे संघर्ष के बीच वहां पर कई इमारतों और इंफ्रास्ट्रकचर को काफी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में वहां बड़े पैमाने पर मजदूरों की जरूरत है। हालांकि, संघर्ष के कारण वहां के स्थानीय लोगों को विस्थापन करना पड़ा है। चूंकि गाजा पट्टी के लोग काम के लिए इजराइल की यात्रा करने में असमर्थ हैं, जिससे निर्माण गतिविधियां बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं।

इजराइल ने भारत सरकार से लगभग एक लाख मजदूरों की भर्ती के प्रस्ताव के साथ, पर्याप्त संख्या में निर्माण श्रमिकों को भेजने का अनुरोध किया है। इस पहल के हिस्से के रूप में उत्तर प्रदेश से 10 हजार मजदूरों को भेजने की तैयारी की जा रही है।

भारतीय मजदूर क्यों भेजे जा रहे इजराइल ?

इजराइल और आतंकवादी संगठन हमास के बीच हो रहे युद्ध में इजराइल को भी भारी क्षति पहुंची है, क्योंकि युद्ध में फूल तो बरसते नहीं है बम गिरते हैं जो नुकसान ही पहुंचाते हैं। कई इमारतें खंडहर हो गई तो कई जगहों पर निर्माणाधीन कार्य बाधित हुआ है। इसमें सुधार के लिए और इमारतों के पुन: निर्माण के लिए इजराइल ने भारत से मजदूरों की डिमांड की है। निर्माण कार्य के लिए इजराइल भेजे जाने वाले मजदूरों को कम से कम एक वर्ष और अधिकतम 5 वर्ष के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर रखा जाएगा। चिनाई, टाइलिंग, पत्थर बिछाने और लोहे की वेल्डिंग में कुशल इन श्रमिकों की पहचान की गई है और उनके नाम आगे की प्रक्रिया के लिए सरकार को सौंपे जा रहे हैं। एक बार जब उन्हें हरी झंडी मिल जाएगी, तो उनके पासपोर्ट, वीजा और अन्य आवश्यक व्यवस्था की पूर्ति के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे।

भारत से जिन मजदूरों को इजराइल भेजा जाएगा उन्हें प्रतिमाह लगभग 1,40,000 रुपए दिए जाएंगे। कंपनी पहले श्रमिकों का इंटरव्यू लेगी फिर उनका चयन किया जाएगा। इजराइल जाने वाले निर्माण श्रमिकों का 3 साल से श्रम विभाग में पंजीकरण और 21 से 45 वर्ष के बीच उम्र होना जरूरी है। इजराइल जाने वाले श्रमिकों को आने-जाने का खर्चा स्वयं करना होगा।

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