सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज संजय कौल ने शुक्रवार को कहा कि मौजूदा दौर में कश्मीर में सुरक्षित माहौल बनाने पर जोर देने की जरूर है ताकि जो लोग कश्मीर से पलायल कर चुके हैं वो अपने पैतृक घरों में वापस जा सकें।पीटीआई वीडियो को दिए एक इंटरव्यू में संजय कौल ने कहा कि कश्मीर की आजादी के लिए लोगों में एक तरह का अवास्तविक उत्साह था। लेकिनधीरे-धीरे जब लोगों को जान-माल का नुकसान हुआ तो उसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि हमें एकजुट होकर रहना होगा।जस्टिस संजय कौल खुद उन लोगों में शामिल हैं जो सालों पहले कश्मीर छोड़ चुके हैं।
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रिटायर्ड जस्टिस संजय कौल, सुप्रीम कोर्ट: आपने अपने फैसले में घाटी से कश्मीरी पंडितों के बड़े पैमाने पर पलायन और वहां बदलते सांस्कृतिक माहौल के बारे में बात की। सर, आप उस समुदाय से हैं जिसने जबरन पलायन झेला है। इस पर आप क्या कहना चाहेंगे?मेरा मानना है कि समय के साथ चीजें बदल गई हैं। उस वक्त एक अवास्तविक उत्साह था कि कश्मीर का एक वर्ग स्वतंत्रता पाने में सक्षम होगा। लेकिन धीरे-धीरे लोगों को जान-माल का नुकसान हुआ। उसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि हमें इसे आत्मसात करना होगा और इसे एक साथ उठाना होगा। सालों पहले चले गए लोगों के लिए वापस लौटना आसान नहीं है। सुरक्षा का माहौल ऐसा होना चाहिए कि वो लोग उन जगहों पर वापस जा सकें जहां वो रहते थे, स्थायी रूप से नहीं। लेकिन अब इतने समय के बाद ऐसा होने की संभावना नहीं है, एक जगह होनी चाहिए जहां लोग यात्रा कर सकें और उसे बनाए रख सकें।”
(Source PTI)