दिल्ली में प्रदूषण की आहट को देखते हुए सरकार सक्रिय हो गई है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने अधिकारियों को विंटर एक्शन प्लान बनाने के निर्देश दिए हैं। वहीं दूसरी ओर पराली को लेकर पड़ोसी राज्यों पर दबाव बनाने के गोपाल राय ने केंद्र की वायु गुणवत्ता आयोग और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से भी मुलाकात की बात कही है।
मॉनसून की वजह से अभी दिल्ली की आबोहवा भी साफ नजर आ रही है पर मॉनसून खत्म होने के साथ ही दिल्ली पर प्रदूषण का खतरा मंडराने लगता है। लिहाजा समय रहते सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से मुलाकात कर सभी राज्यों के लिए एक संयुक्त कार्य योजना बनाने की अपील की जाएगी, ताकि प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई को मजबूती से लड़ा जा सके।
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दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने कहा कि बीते साल बायो डिकॉम्पोज़र का प्रयोग काफी सफल रहा। इसके अलावा दिल्ली में एंटी डस्ट कैंपेन, प्रदूषण की निगरानी के लिए केंद्रीकृत वाररूम, रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ जैसी योजना से लेकर प्रदूषण की रोकथाम के लिए अधिकारियों को विंटर एक्शन प्लान बनाने के निर्देश दिए हैं।
उधर आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि प्रदूषण को लेकर पड़ोसी राज्य बिल्कुल गंभीर नहीं। यहां तक कि केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता आयोग ने भी चारों राज्य हरियाणा, पंजाब, यूपी और राजस्थान के कामनपर असंतोष जाहिर किया है।
दिल्ली सरकार एक्शन मोड में है। जाहिर तौर पर ये देखना जरूरी होगा कि दिल्ली सरकार पड़ोसी राज्यों पर प्रदूषण की रोकथाम के लिए दबाव बनाने में कितना कामयाब होती है।