रोहतक (देवेंद्र शर्मा की रिपोर्ट)- बर्खास्त पीटीआई टीचर के बाद अब खारिज हुई एसडीओ की भर्ती के अभ्यर्थियों ने अपनी आवाज उठानी शुरू कर दी है। रोहतक पहुंचे इन अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार ने अगर ज्वाइनिंग नहीं दी तो वे मुख्यमंत्री आवास व विधानसभा का घेराव कर सकते हैं। गौरतलब है कि एसडीओ की भर्ती पर बाहर के लोगों को भर्ती करने के आरोप लगने के बाद इसे रद्द कर दिया गया था। जबकि अभ्यर्थियों का कहना है कि 107 में से 58 हरियाणा के रहने वाले हैं।
2019 में हरियाणा सरकार ने बिजली विभाग के लिए 107 एसडीओ की नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे थे। जिसके लिए आवेदन किए गए वह शॉर्टलिस्टिंग के बाद 107 एसडीओ की नियुक्ति हो गई। हालांकि इनके प्रमाण पत्रों की भी जांच कर ली गई थी। लेकिन विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाने शुरू कर दिए कि 107 में से ज्यादातर अभ्यर्थी हरियाणा से बाहर के हैं। इसलिए सरकार ने अपनी किरकिरी होते देख इस भर्ती को रद्द करने के आदेश दे दिए। जिसके बाद अब इन अभ्यर्थियों में रोष है और इन्होंने अदालत का भी दरवाजा खटखटाया है।
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इस मामले में अमित शेखावत व हिमांशु का कहना है कि सरकार ने इस भर्ती को लटकाए हुए हैं। हर साल हजारों छात्र बीटेक करके इस उम्मीद में होते हैं कि उन्हें रोजगार मिलेगा। लेकिन सरकार कोई नीति ना तय करके उनको बेरोजगारी की तरफ से धकेल रही है। यही नहीं गेट के माध्यम से ऑल इंडिया का टेस्ट होकर एसडीओ की भर्ती होती है। लेकिन बेवजह के आरोप लगाकर 107 एसडीओ की भर्ती को रद्द कर दिया गया। जबकि 107 में से 58 बच्चे हरियाणा से ही संबंधित है। फिर भी के बाहर के प्रदेशों के बच्चों को रोजगार देने का आरोप लगाया जा रहा है।
सरकार इस भर्ती को लेकर जल्दी फैसला ले और हरियाणा के अभ्यर्थियों को ज्वाइन कराए। अन्यथा वे मुख्यमंत्री आवास या विधानसभा का घेराव करने को मजबूर होंगे और उन्हें एक बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा।