गोहाना(सुनील जिंदल): प्रदेश के काफी हिस्सों में मानसून सीजन में बेमौसम बारिश होने के कारण है गेहूं की फसल की बिजाई प्रभावित हुई है और इसी को लेकर कृषि विभाग की तरफ देरी से होने वाली बिजाई के लिए एडवाइजरी जारी की है।
सोनीपत जिले में रबी सीजन के अंतर्गत 1 लाख 45 हजार हैक्टेयर भूमि में गेहूं की बिजाई का काम किसानों द्वारा किया जाता है। इस बार अब तक करीब 1 लाख 40 हजार हैक्टेयर भूमि में गेहूं की बिजाई का काम पूरा हो चुका है।
करीब 5 हजार हैक्टेयर भूमि में जल भराव होने से धान की फसल की समय पर कटाई न होने जैसे कारणों की वजह से गेहूं की बिजाई नहीं हो पाई है।
इसके लिए कृषि विभाग द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। एडवाजरी के तहत, किसानों को डब्ल्यू एच 1021, 1124, राज 3765 सहित डीबीडब्ल्यू 107, 173 व एच.डी. 3059 किस्मों का भी चयन आदि करने का सुझाव दिया गया है।
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गौरतलब है कि रबी सीजन में अंतर्गत गेहूं की बिजाई का काम नवम्बर माह के पहले सप्ताह से ही शुरू हो जाता है। आमतौर पर अगेती किस्मों से पैदावार अधिक होती है, जिसके कारण किसान नवम्बर के आखिर तक गेहूं की बिजाई का काम पूरा कर लेते हैं।
कई क्षेत्रों में किसानों द्वारा गन्ने की कटाई के बाद भी गेहूं की बिजाई करनी है। ऐसे में अधिकतर किसान अब पछेती किस्मों का ही इस्तेमाल करके गेहूं की बिजाई करेंगे। जिसके लिए कृषि विभाग ने एडवाइजरी जारी करते हुए किसानों को 25 प्रतिशत अतिरिक्त बीज डालने की सलाह दी है।
इसके अलावा किसानों को दिसम्बर माह के तीसरे सप्ताह तक ही गेहूं की बिजाई करे, इसके बाद गेहूं की बिजाई करने पर बेहतर उत्पादन किसान को प्राप्त नहीं होगा।
जल्द अधिक जमाव व फुटाव तथा अधिक उत्पादन के लिए बीज को रातभर पानी में भिगोएं, बीज को पानी से निकालने के बाद दो घंटे चटाई या फर्श पर छाया में सुखाएं। इसके अतिरिक्त बीज की बिजाई करते समय दो कतारों के बीच में 18 सेटीमीटर का अंतर रखे।