दिल्ली- देश की राजधानी में वायु गुणवत्ता लगातार खराब श्रेणी में दर्ज की जा रही है, जिसके कारण दिल्ली वालों की सेहत पर इसका असर पड़ रहा है। पिछले कई दिनों से दिल्ली का औसतन AQI लेवल 372 दर्ज किया जा रहा है। प्रदूषण से अब लोगों की परेशानियां भी बढ़ रही है। लोग अस्पतालों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं, वहीं इसके प्रकोप से बचने को लेकर डॉक्टर भी सलाह दे रहे हैं।
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के स्तर में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है। दिसंबर की शुरुआत के साथ ठंड के कोहरे की भी शुरुआत हो गई है, लेकिन प्रदूषण से औसतन AQI लेवल दिल्ली का 372 दर्ज किया जा रहा है। ज्यादातर इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के ऊपर बना हुआ है। डॉक्टर भी इसके खतरनाक स्तर को देख लोगों को सलाह दे रहे हैं कि बिमारी से ग्रसित लोग घरों में ही रहें।
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DMA सफदरजंग अस्पताल के डॉ अनिल शर्मा के मुताबिक लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब श्रेणी में पहुंचने से इसका असर अब लोगों पर भी होने लगा है। लोगों को हृदय और सांस से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अस्पतालों में मरीजों की संख्या में भी इजाफा होने की आशंका जताई जा रही है।
डॉ अनिल शर्मा का कहना है कि ज्यादातर मरीज प्रदूषण की वजह से हल्के प्रभाव के कारण अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। उन्होंने सलाह दी है कि जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें, बेवजह इधर-उधर ना घूमें। बाहर निकलें तो N-95 मास्क का प्रयोग करें। घर वापस आएं तो हाथ-पैर-मुंह और आंखों को साफ पानी से धोएं। खान-पान का विशेष ध्यान रखें और बाहरी खाने से परहेज करें। दिल्ली के आधे से ज्यादा इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब श्रेणी में बरकरार है।