नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): नागालैंड में सुरक्षाबलों की फायरिंग में नागरिकों की मौत के सिलसिले में गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में बयान दिया है। गृहमंत्री ने संसद में पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण मगर नियंत्रण में है।
लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने अपने बयान में कहा कि उग्रवादियों के मूवमेंट की सूचना पर सेना ने जाल बिछाया था। उसी दौरान वहां से एक वाहन गुजरा पर रोके जाने के बावजूद वाहन नहीं रुका तो सुरक्षा बलों ने फायरिंग की जिसमें 6 नागरिक मारे गए।
हंगामा कर रहे स्थानीय ग्रामीणों को तितर-बितर करने के लिए गोलियां चलाई गईं जिसमें और नागरिक मारे गए। गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि भारतीय सेना को नागालैंड में तिरु गांव के पास उग्रवादियों की आवाजाही की सूचना मिली थी।
इसके आधार पर कमांडो दस्ते ने 4 दिसंबर की शाम को एम्बुश लगाया था। इस दौरान एक वाहन वहां से गुजरा। उसे रुकने का इशारा और प्रयास किया गया। रुकने की बजाय वाहन वहां से तेजी से निकले की कोशिश करने लगा।
इस आशंका पर कि वाहन में संदिग्ध विद्रोही जा रहे थे, वाहन पर गोली चलाई गई जिससे वाहन में सवार 8 व्यक्तियों में से 6 की मौत हो गई।
बाद में यह गलत पहचान का मामला पाया गया। जो दो लोग घायल हुए थे, उन्हें सेना ने इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया।गृहमंत्री अमित शाह ने आगे बताया कि यह सूचना प्राप्त होने के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने सेना की टुकड़ी को घेर लिया।
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दो वाहनों को जला दिया और उनपर हमला किया। इसके परिणामस्वरूप सुरक्षा बल के एक जवान की मृत्यु हो गई और कई अन्य जवान घायल हो गए। गृहमंत्री ने कहा कि अपनी सुरक्षा में और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों को गोली चलानी पड़ी जिससे सात और नागरिकों की मृत्यु हो गई और कुछ और लोग घायल हो गए।
गृहमंत्री के मुताबिक अभी स्थिति तनावपूर्ण मगर नियंत्रण में बनी हुई है। अपने बयान में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि भारत सरकार नागालैंड की घटना पर अत्यंत खेद प्रकट करती है और मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताती है।
इसी के साथ इस घटना की जांच के लिए SIT गठन की जानकारी देते हुए गृहमंत्री ने कहा कि नागालैंड की घटना की विस्तृत जांच के लिए एक विशेष जांच दल SIT का गठन किया गया है। SIT को एक महीने के अंदर जांच पूरी करने को कहा गया है।
इससे पहले लोकसभा और राज्यसभा में नागालैंड फायरिंग का मुद्दा जोर-शोर से उठाया गया। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन ने नगालैंड में असम राइफल्स के जवानों की फायरिंग में बेकसूर लोगों के मारे जाने के मुद्दे को उठाया।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने इस घटना को उठाया, खडगे ने कहा कि यह बेहद दुखद घटना है। नागालैंड घटना पर सदन में हंगामा हुआ तो सरकार की ओर से इस घटना पर दुख जताते हुए कहा गया कि मामला संवेदनशील है, गृहमंत्री इस पर बयान देंगे। इसके बाद गृहमंत्री की ओर से संसद में बयान दिया गया।