नई दिल्ली: भारत और रूस की दोस्ती बहुत मज़बूत है और इसी दोस्ती को और ज़्यादा मज़बूत करने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज दिल्ली दस्तक देंगे। कोरोना वायरस से होने वाले खतरे के चलते यह दौरा महज़ कुछ घंटे का ही रखा जायेगा। इस दौरे से इंडो-रूस रिश्ते तो मज़बूत होंगे ही, साथ ही साथ पाकिस्तान और चीन को भी कड़ा और बड़ा सन्देश जायेगा।
उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति पुतिन दोपहर बाद दिल्ली पहुंचेंगे और महज़ 6-7 घण्टे के लिए ही भारत में रहेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई स्तर पर चर्चा होगी। पहले दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच टू प्लस टू वार्ता होगी जिसके बाद दिल्ली के हैदराबाद हाउस में राष्ट्रपति पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 21वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे। सुरक्षा कारणों से राष्ट्रपति पुतिन के भारत पहुंचने के समय का खुलासा नहीं किया गया है।
फरवरी 2019 में भारत ने Inter Governmental Agreement के तहत रूस के सामने 7.5 लाख एके-203 असॉल्ट राइफल खरीदने का प्रस्ताव रखा था। इन राइफल्स को मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत भारत में ही बनाया जाना है, मगर ट्रांसफर ऑफ टेक्नलॉजी समेत कई दूसरे मुद्दों की वजह से अब तक अमेठी के कारखाने में राइफल्स का उत्पादन शुरू नहीं हो पाया था। हाल ही में तमाम मुश्किलों को दूर करते हुए सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी ने 5000 करोड़ रुपये की इस डील को मंजूरी दे दी है और आज रूस के साथ इस समझौते पर औपचारिक मुहर मांगा दी जाएगी।
जानकार मानते हैं कि राष्ट्रपति पुतिन इस दौरे में भारत के सामने पांचवीं पीढ़ी के स्टेल्थ फाइटर जेट चेकमेट की ब्रिकी का भी प्रस्ताव रख सकते हैं जिसे हाल ही में अनविल किया गया है। रूस के लिए भारत की दोस्ती कितनी महत्ववपूर्ण है इसका पता इस बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना संकट के बाद पुतिन दूसरी बाद विदेश दौरे पर निकल रहे हैं जिसके लिए उन्होंने भारत को चुना है।
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