Assam Flood:असम में भीषण बाढ़ के कारण हालात बिगड़ते जा रहे है। राज्य में बाढ़ से 29 जिलों के 21 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं काजीरंगा नेशनल पार्क में इस दौरान कई जानवरों की डूबने से मौत हो गई है।असम का हैलाकांडी जिला सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित है। वहां लोगों को खाने-पीने की काफी परेशानी हो रही है। इसको देखते हुए एसडीआरएफ की टीम ने शुक्रवार को राहत सामग्री वितरित की।असम में बाढ़ के हालात और खराब हो गई है। बाढ़ में छह और लोगों की मौत हो गई है और 29 जिलों में 21 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में हैं।ज्यादातर नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है।
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बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हाथ आगे बढाया- एसडीआरएफ की टीम ने हैलाकांडी जिले के सुदर्शनपुर और कलचेरा गांव से तीन बच्चों और चार महिलाओं समेत 12 फंसे हुए लोगों को बचाया है।हैलाकांडी जिले में बाढ़ की दूसरी लहर से 28 गांवों के 10,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।जिला प्रशासन के मुताबिक, बाढ़ से 7,022 लोग और 7,090 जानवर प्रभावित हुए हैं।जिले के अलग-अलग हिस्सों में कई राहत शिविर पहले ही बनाए जा चुके हैं। पूर्वी हैलाकांडी गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और कटखल, धलेश्वरी और बराक नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
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असम में बाढ़ से बदतर हुए हालात- असम जातीयतावादी युवा छात्र परिषद (एजेवाईसीपी) के कबीर उद्दीन लस्कर ने मतिजुरी एचएस स्कूल, सिमंतयिल्ला एलपी स्कूल, बांडुकमर्रा में बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरित की।लस्कर ने प्रशासन से अपील की कि वे और राहत सामग्री के साथ आगे आएं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को खाने-पीने का सामान मुहैया कराया जा सके।गंभीर रूप से प्रभावित जिलों में बारपेटा, बिश्वनाथ, कछार, चराईदेव, चिरांग, दरंग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलपारा, गोलाघाट, हैलाकांडी, होजई, जोरहाट, कामरूप, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, ईस्ट कार्बी आंगलोंग, वेस्ट कार्बी आंगलोंग, करीमगंज, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नागांव, नलबाड़ी, शिवसागर, सोनितपुर और तिनसुकिया शामिल हैं।