पिछले साल 29 दिसंबर को एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला वार्ता समर्थक उल्फा यानि यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम संगठन अपने गठन के 44 साल बाद ऑफिशियली भंग हो गया है।संगठन के नेता ने बुधवार को ये जानकारी दीसमझौते में कहा गया था कि उल्फा को हिंसा का रास्ता छोड़ देना होगा, सभी हथियार और गोला-बारूद त्यागने होंगे और एक महीने के अंदर संगठन को भंग करना होगा।त्रिपक्षीय समझौते पर केंद्र, राज्य सरकारों और उल्फा ने हस्ताक्षर किए थे। संगठन के महासचिव अनूप चेतिया ने ‘पीटीआई वीडियो को बताया कि संगठन को भंग करने का फैसला मंगलवार को असम के दरांग जिले में हुई संगठन की बैठक में लिया गया।
Read also-राहुल गांधी ने सीएम हिमंत बिस्वा सरमा पर तंज कसते हुए कहा- सत्ता से बाहर कर दिया जाएगा…
Top Hindi News, Latest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi Facebook, Delhi twitter and Also Haryana Facebook, Haryana Twitter
