पिछले साल 29 दिसंबर को एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला वार्ता समर्थक उल्फा यानि यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम संगठन अपने गठन के 44 साल बाद ऑफिशियली भंग हो गया है।संगठन के नेता ने बुधवार को ये जानकारी दीसमझौते में कहा गया था कि उल्फा को हिंसा का रास्ता छोड़ देना होगा, सभी हथियार और गोला-बारूद त्यागने होंगे और एक महीने के अंदर संगठन को भंग करना होगा।त्रिपक्षीय समझौते पर केंद्र, राज्य सरकारों और उल्फा ने हस्ताक्षर किए थे। संगठन के महासचिव अनूप चेतिया ने ‘पीटीआई वीडियो को बताया कि संगठन को भंग करने का फैसला मंगलवार को असम के दरांग जिले में हुई संगठन की बैठक में लिया गया।
असम: सरकार के साथ शांति समझौते के 44 साल बाद उल्फा हुआ भंग
- Totaltv,
- Jan 24th, 2024
- (10:52 am)