पृथ्वी पर खतरा मंडरा रहा है.दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने क्षुद्रग्रह को पृथ्वी के लिए खतरा बताया जा रहा है.कहा जा रहा हैं कि क्षुद्रग्रह के टकराने से धरती पर तबाही मच सकती हैं आपको बता दे कि एक बार क्षुद्रग्रह की पृथ्वी से टक्कर हुई थी. इस टकराव के बाद पृथ्वी से डायनासोर खत्म हो गये थे.एक बार फिर ये खतरा प़थ्वी पर मड़रा रहा है. वैज्ञानिकों ने इसके लेकर चेतावनी दी है.उनक कहना है कि अगर धरती के पास से गुजरने वाले क्षुद्रग्रह टकराते हैं तो धरती पर तबाही मच जाएगी.
2002 सीइ-
यह एक पथरीला क्षुद्रग्रह है, जो पृथ्वी से निकट दुरी पर स्थित है और आमोर समूह का संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रह है.यह 1 फरवरी 2002 को संयुक्त राज्य अमेरिका में सॉकोरो, न्यू मैक्सिको के पास लिंकन प्रयोगशाला की प्रायोगिक परीक्षण साइट पर लाइनियर कार्यक्रम के खगोलविदों द्वारा खोजा गया था.
जिओग्राफोस-
यह एक अत्यधिक विस्तारित और पथरीला क्षुद्रग्रह है जो पृथ्वी से निकट दुरी पर स्थित है तथा अपोलो समूह का संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रह है। यह 14 सितंबर 1951 को संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में पालोमर वेधशाला के खगोलविदों अल्बर्ट जॉर्ज विल्सन और रुडॉल्फ मिन्कोव्स्की द्वारा खोजा गया था। यह 2586 तक पृथ्वी से नहीं टकरायेगा.
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कुनो-
यह दुर्लभ क्षुद्रग्रह है और पृथ्वी के निकटा के कारण खतरनाक क्षुद्रग्रह के रूप में माना जाता है.यह 5 जून 1959 को दक्षिण अफ्रीका के ब्लोमफोंटिन में बॉयडेन वेधशाला में जर्मन खगोलविद कुनो हॉफमेस्टर द्वारा खोजा गया था. अंतरिक्ष एजेंसी का कहना है कि यह 21 वीं शताब्दी में पृथ्वी टकरा सकता है.
फ्लोरेंस-
यह आमोर समूह का एक स्टोन ट्राइनरी क्षुद्रग्रह है. पृथ्वी के निकट होने के कारण इसे खतरनाक क्षुद्रग्रह के रूप मे माना जाता है.आपको बता दे कि यह हर साल 2 साल 4 महीने में 1बार 1.0-2.5 एयू की दूरी पर सूर्य की कक्षा से गुजरता है; यह 0.42 की विलक्षणता और ग्रहण के संबंध में 22 डिग्री की झुका हुआ है। इसलिए पृथ्वी से टकराने की पूरी संभावना है.
मिडास-
मिडास वेस्टॉयड क्षुद्रग्रह है. इसे 6 मार्च 1973 को कैलिफ़ोर्निया के सैन डिएगो काउंटी में पालोमर वेधशाला के अमेरिकी खगोलविदों द्वारा खोजा गया था.