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ये घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब बीजेपी नेता मनोज सोनकर ने हाल ही में हुए मेयर चुनावों में अनियमितताओं का आरोप लगाने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से एक दिन पहले चंडीगढ़ के मेयर पद से इस्तीफा दे दिया।आम आदमी पार्टी के तीन पार्षदों के पाला बदलने से ये तय है कि अब जब भी नए मेयर पद के लिए चुनाव होंगे तो बीजेपी का पलड़ा भारी होगी।
विनोद तावड़े, महासचिव, बीजेपी: जो पूनम दीदी हैं, नेहा दीदी हैं या गुरचरण हों, तीनों ने अपने मुंह से बात बताई है कि हमको दवाब से ले गए पूनम दीदी और नेहा दीदी को जो आश्वासन दिया था मेयर का तो उनको दोनों को दिया नहीं। ये आम आदमी पार्टी जो झूठ फरेब की जो कहानी है न वो कल एक्सपोज हो गई। और मुझे लगता है कि आप ने जबरदस्ती सबको उठवाया कहीं एक रिसॉर्ट में बंद करवाया किसी से बात नहीं की फोन छीन लिए ये सब आपने किया। और वो क्या था अब आपका और आम आदमी पार्टी कांग्रेस का अलायंस केजरीवाल जी ने तोड़ दिया उसके बाद वहां के लोगों की मानसिकता बदली। तो ये पॉलिटिकल डेवलपमेंट है। इतना समझना चाहिए और इसलिए मुझे लगता है कि उन पर वहां अन्याय हुआ भाजपा में हम उन पर न्याय करेंगे और उनकी सक्षमता के अनुसार उनको काम में जोड़ेंगे।”
(SOURCE PTI)