Farooq Abdullah: जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को पुंछ में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के काफिले पर आतंकी हमले की निंदा की और कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद अभी खत्म नहीं हुआ है।शनिवार को पुंछ जिले के सुरनकोट इलाके में सेना के काफिले पर आतंकी हमले में एक जवान शहीद हो गया था और चार घायल हैं।श्रीनगर में पीटीआई वीडियो से खास बातचीत में फारूक ने कहा कि भारतीय वायुसेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले पिछले कई महीनों से इस इलाके को प्रभावित कर रहे हैं।
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उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि ये लंबे समय से जारी है। वो इलाका कई महीनों से अशांत है। राजौरी, सुरनकोट और बाकी पास के इलाकों में घटनाएं हुई हैं।”अब्दुल्ला ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की और घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना की।उन्होंने कहा कि जहां तक आतंकवाद का सवाल है, बीजेपी सरकार दावा करेगी कि इसके लिए अनुच्छेद 370 जिम्मेदार था, लेकिन पांच अगस्त, 2019 को इसके निरस्त होने के बाद भी आतंकवाद जारी है।अब्दुल्ला ने कहा, “मेरा मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच शीत युद्ध इसके लिए जिम्मेदार है। जब तक दोनों देश बातचीत की प्रक्रिया शुरू नहीं करते और इस मुद्दे का समाधान नहीं निकालते, ये नहीं रुकेगा।”
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उन्होंने कहा कि दोनों देश परमाणु राष्ट्र हैं और अगर बातचीत नहीं हुई तो विनाश होगा।अब्दुल्ला ने कहा, “जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों की आकांक्षाओं पर विचार करना बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन वे हमारे लोगों की भावनाओं के साथ खेलते रहे।”उन्होंने कहा,”अनंतनाग-राजौरी सीट के लिए उनका नामांकन पत्र वापस लेना साबित करता है कि वे कहां खड़े हैं। बीजेपी अपने फायदे के लिए क्षेत्रीय दलों का इस्तेमाल कर रही है। आपको लगता है कि वे उन्हें साथ लेकर चलेंगे? वे उन्हें डुबो देंगे।”अब्दुल्ला ने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि हम जीतेंगे, यहां तक कि लद्दाख में भी। अगर इंडिया जीतता है, तो हम न केवल अपने पड़ोसी के साथ बातचीत प्रक्रिया शुरू करेंगे