bajrang dal: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार यानी 10 मई को वोटिंग होनी है। इससे 24 घंटे पहले यानी मंगलवार को बजरंग दल और विश्र्व हिंदू परिषद ने देशभऱ में हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया है।कर्नाटक चुनाव में बजरंग बली की एंट्री उस वक्त हुई, जब कांग्रेस ने पिछले हफ्ते जारी किए गए अपने घोषणापत्र में कहा,राज्य में ही वह बजरंगदल, पीएफआई समेत जाति और धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले सभी संगठनों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए बैन लगाएगी।
इस ऐलान के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने बजरंग दल को बजरंगबली से जोड़ते हुए निशाना साधा। पीएम मोदी ने अपनी रैली में कहा कांग्रेस पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है। पीएम मोदी के इस बयान के बाद बीजेपी नेता बजरंग दल और बजरंगबली के मुद्दे पर कांग्रेस पर हमलावर हो गए है। वहीं विश्र्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे संगठन भी लगातार विरोध का विरोध कर हैं।
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वीएचपी के महासचिव मिलिंद परांडे ने कहा, कांग्रेस और अन्य संगठनों और कार्यकर्ताओं को सद्बुद्धि देने के लिए हनुमान चालीसा के पाठ का ऐलान किया गया है। कांग्रेस आतंकवादियों, विरोधी ताकतों की वकालत और प्रचार करने के लिए खड़ी है।
उन्होंने कहा, यह बहुत बड़ी ही अपमानजनक है कि कर्नाटक कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में पार्टी ने बजरंगदल पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया है और उसके बाद राजस्थान,छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में कांग्रेस और कुछ अन्य हिंदू विरोधी नेताओं ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। bajrang dal