नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एचडीएफसी बैंक को 102 करोड़ का चूना लगाने वाले एक निजी कंपनी जेनिका कार्स इंडिया प्रा.लि. के चीफ फाइनेंस ऑफिसर वैभव शर्मा को गिरफ्तार किया है।
दरअसल एचडीएफसी बैंक ने जेनिका कार्स के सीएफओ के खिलाफ 102 करोड़ रुपए के गबन की शिकायत दी थी। जिसके आधार पर आर्थिक अपराध शाखा ने केस दर्ज किया था।
इसे मामले में दो लोगों की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। वैभव शर्मा ने साल 2007 में इस कंपनी में फाइनेंस का काम संभाला था। यह कंपनी ऑडी कार बेचने और फाइनेंस मुहैया कराने का काम करती है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस फ्रॉड का खुलासा उस समय हुआ जब बैंक के कर्मचारियों ने शो रूम का दौरा किया। बैंक अधिकारियों ने बताया कि, कंपनी ने दावा किया था कि, उनके शोरूम में 200 गाड़ियां है, लेकिन जब वहां टीम ने दौरा किया तो केवल 29 कारें खड़ी मिली।
बैंक ने जब कंपनी से पूछताछ की तो वैभव शर्मा ने दावा किया कि, कंपनी को 4 साल तक घाटे में है। इसके उलट बैलेंस शीट में कंपनी को फायदे में दिखाया गया था। उसके बाद उन्हें अन्य गड़बड़ियां होने का पता चलते ही उन्होंने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई।
एचडीएफसी बैंक के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह कंपनी ने बैंक से लोन लेकर उसे 102 करोड़ का चूना लगाया है। एचडीएफ बैंक के अलावा कई अन्य वित्तीय संस्थानों के साथ वैभव शर्मा ने करोड़ों रुपए का फ्रॉड किया है।
इस पूरे वित्तीय घोटाले की कुल अनुमानित कीमत 300 करोड़ रुपए की आसपास है। एसीपी अमरदीप सहगल की देखरेख में इंस्पेक्टर रजनीश कुमार की टीम ने छापा मारकर रशपाल सिंह, मनधीर सिंह को पहले गिरफ्तार कर लिया था। वहीं फरार चल रहे वैभव को गिरफ्तार कर लिया गया है।