जोशीमठ से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है जहां आलीशान इमारतों को जमीदोज़ करने का फैसना लिया गया है। वो होटल , वो बडीं इमारतें जिन्होनें आम आदमी के जिंदगी को अस्त व्यस्त कर दी हैं। बता दें कि भूधंसाव के कारण पूर्ण रूप से प्रतिबंधित हो चुके दो होटलों मलारी इन और माउंट व्यू को सुरक्षित तरीके से ध्वस्त करने की कार्रवाई आज से शुरू कर दी गई है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है। प्रशासन द्वारा अनाउंसमेंट कर आसपास के लोगों को हटाया जा रहा है। लोगों से गिराए जाने वाले भवनों से दूर रहने की अपील की जा रही है।
उत्तराखंड के जोशीमठ में भू-धंसाव के बीच 4 हजार लोगों को वहां से निकाला जा चुका है। वहीं, अधिकारियों ने कहा कि जिन बिल्डिंगों में दरारें और ज्यादा नुकसान हुआ है, उन्हें जमींदोज किया जाएगा, जिससे पास की इमारतों को नुकसान न हो। उत्तराखंड के जोशीमठ के लोगों की जिदंगी बेहद ही मुश्किल भरी हो गई है।
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जोशीमठ शहर में घरों और सड़कों पर पड़ी दरारें लगातार चौड़ी होती जा रही है। इलाके में भू-धंसाव से प्रभावित लोगों के घरों पर लाल क्रॉस के निशान लगाए जा रहे हैं। अरमानों से बनाए घरों पर खतरे का ‘लाल निशान’, जगह खाली करने की अपील की जा रही है। इलाके में भू-धंसाव से प्रभावित लोगों के घरों पर लाल क्रॉस के निशान लगाए जा रहे हैं। वहीं, सूत्रों का कहना है कि सीएसआईआर-केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान की टीम ने जोशीमठ भू-धंसाव वाले इलाके में दरार पड़ी भवनों का भी निरीक्षण किया है। जांच के बाद जिन्हें जल्द टीम तोड़ सकती है।