Kerala Bypolls: 2021 कोडकारा ब्लैक मनी मामले के बारे में बीजेपी के पूर्व त्रिशूर जिला दफ्तर सचिव तिरुर सतीश के खुलासे ने राज्य में चल रहे उप-चुनाव के बीच पार्टी को मुश्किल में डाल दिया है। वहीं, सीपीआई (एम) की अगुवाई वाले एलडीएफ और कांग्रेस ने इस मुद्दे पर कड़ाई से जांच की मांग की है।शुक्रवार को सीपीआई (एम) के राज्य सचिव एम. वी. गोविंदन ने मामले में नए खुलासे के बाद गहन जांच की बात कही।
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उन्होंने कहा, “इसकी गहन जांच होनी चाहिए। ये ब्लैक मनी के लेन-देन का मामला है। इसमें शामिल लोग बीजेपी में हैं। ये अब साफ है। ईडी ये कर सकती है, लेकिन ईडी सिर्फ विपक्ष की जांच करती है।’सतीश के खुलासे से पहले पार्टी ने 13 नवंबर को वायनाड लोकसभा सीट और पालक्काड और चेलक्करा विधानसभा सीट पर होने वाले उप-चुनावों के लिए अपने अभियान को तेज कर दिया है।
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सतीश ने कहा कि मामले से जुड़ा बेहिसाब धन पार्टी के चुनाव कोष का हिस्सा था।ब्लैक मनी का मामला उस साल केरल विधानसभा चुनाव से तीन दिन पहले तीन अप्रैल, 2021 को त्रिशूर के कोडकारा में हाइवे डकैती से जुड़ा है।पुलिस जांच में पता चला कि चुनाव प्रचार के लिए कथित तौर पर 3.5 करोड़ रुपये कार में एर्णाकुलम ले जाए जा रहे थे।पुलिस के मुताबिक, इस कार का पीछा कर रहे गिरोह ने कोडाकारा के पास फर्जी दुर्घटना रचकर इसे रोकने के बाद पैसे लूट लिए।
एक दिन पहले लगाए गए बयानों को दोहराते हुए शुक्रवार को सतीश ने कहा कि वे पुलिस के सामने सच्चाई बता देंगे।बीजेपी के पूर्व कार्यालय सचिव ने कहा कि उनके पास पैसे बांटने के सबूत हैं।सतीश ने पार्टी की इस बात को भी खारिज कर दिया कि चुनावी फंड की वित्तीय गड़बड़ियों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है।उन्होंने कहा कि वे त्रिशूर बीजेपी दफ्तर में करोड़ों की सुरक्षा कर रहे थे और चुनाव के दौरान दफ्तर में पैसा आ रहा था।उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी के पूर्व जिला कोषाध्यक्ष ने ब्लैक मनी को संभाला।