Bihar Assembly Elections: उत्तर बिहार के मधुबनी जिले का बिस्फी गांव प्रसिद्ध मैथिली कवि विद्यापति की जन्मस्थली के रूप में मशहूर है। ग्रामीण 14वीं शताब्दी के इस कवि की स्मृति में आज भी श्रद्धा रखते हैं। उनकी रचनाओं ने भक्ति काव्य पर गहरा प्रभाव डाला है। Bihar Assembly Elections
कई लोग उन्हें न सिर्फ एक कवि के रूप में, बल्कि एक विद्वान और धर्मशास्त्री के रूप में भी याद करते हैं।
महान कवि विद्यापति ने अपनी ज्यादातर रचनाएं बिस्फी में ही लिखी थी। हालांकि, जिस घर में उनका जन्म हुआ था, वो अब मौजूद नहीं है, लेकिन उसके पास में एक शिव मंदिर है, यहां वो नियमित पूजा करने आते थे। Bihar Assembly Elections
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हालांकि, कई स्थानीय ग्रामीणों को इस बात का अफसोस है कि उनके गांव को पर्यटन स्थल के रूप में पहचान नहीं मिली। लोगों का कहना है कि स्मारक और आम जनता में जागरूकता फैलाकर गांव को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में मदद मिल सकती है। इससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। Bihar Assembly Elections
उधर, स्थानीय विधायक बताते हैं कि मैथिली साहित्य में विद्यापति के योगदान को सम्मानित करने के लिए 20 करोड़ रुपये की परियोजना शुरू की गई है। गांव में उनके स्मारक का निर्माण कराया जाएगा। Bihar Assembly Elections
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गांव के लोग मानते हैं कि इस तरह की पहल से बिस्फी एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में उभर सकता है। जहां लोगों को प्रसिद्ध मैथिली कवि विद्यापति के योगदान के साथ-साथ अपनी समृद्ध साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत को देखने का मौका मिलेगा।