BRICS Summit 2024: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16वें ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने रूस के शहर कजान पहुंच गए है।कजान पहुंचने पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया। रूसी समुदाय के लोगों ने हिन्दी में कृष्ण भजन गाकर प्रधानमंत्री का स्वागत किया।इस दौरान रूसी नागरिको ने हाथ जोड़कर पीएम का अभिवादन किया खड़े रहे और इसके जवाब में प्रधानमंत्री मोदी भी हाथ जोड़े रहे। रूसी समुदाय के लोगों ने अपने हाथों में तिरंगा भी थाम रखा था।
Read Also: ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से किया स्वागत
बाद में पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के बीच गर्मजोशी से भरी मुलाक़ात हुई। दोनों नेताओं ने एक दूसरे को गले लगा कर अभिवादन किया।रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय वार्ता के दौरान पीएम मोदी ने मतत्वपूर्ण बातचीत की।इस दौरान पुतिन ने कहा कि हमारे संबंध इतने अच्छे हैं कि आप मेरी बात बिना ट्रांसलेटर अनुवादक के समझ जाते हैं।वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन जंग पर भारत के स्टैंड को कायम रखा। पीएम मोदी ने कहा कि हर समस्या का समाधान शांतिपूर्ण ढंग से होना चाहिए।
Read also-Cloudburst: बेंगलुरू में बादल फटने से मची तबाही, प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि इस खूबसूरत शहर में आने का मुझे मौका मिला है। कजान में भारत का नया दूतावास खुलने से रूस और भारत के संबंध और मजबूत होंगे।द्विपक्षीय बैठक के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि रूस के साथ हमारे ऐतिहासिक संबंध हैं। हमारी गहरी मित्रता है। हमारे संबंध और मजबूत होंगे। पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को ब्रिक्स सम्मेलन को लेकर बधाई दी।पीएम ने कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष को लेकर हमारा संपर्क बना हुआ है। हर समस्या का हल शांति से ही हो सकता है। रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर पीएम ने कहा कि भारत अपने रुख पर कायम है और शांति को लेकर हर संभव सहयोग करेगा। हम शांति और स्थिरता की बहाली का समर्थन करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अंतर-सरकारी आयोग की अगली बैठक 12 दिसंबर को नई दिल्ली में होनी है। पुतिन ने कहा कि हमारी परियोजनाएं लगातार विकसित हो रही हैं।आपने कजान में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने का फैसला किया है। हम इसका स्वागत करते हैं।पुतिन ने कहा कि हमारे सहयोग को भारत की नीतियों से लाभ मिलेगा, हम आपको और आपके प्रतिनिधिमंडल को रूस में देखकर बहुत खुश हैं। कहा जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए यह तीन दिवसीय सम्मेलन यूक्रेन में रूस की कार्रवाई को लेकर उसे अलग-थलग करने के अमेरिकी नेतृत्व वाले प्रयासों की विफलता को दर्शाने का एक शक्तिशाली तरीका है।