Kanhaiya Kumar on BJP:कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा है कि राम के नाम पर बीजेपी नाथूराम गोडसे के सांप्रदायिक एजेंडे को फैला रही है। उन्होंने कहा कि ये वंशवादी राजनीति से ज्यादा खतरनाक है।दिल्ली में पीटीआई के मुख्यालय में पीटीआई संपादकों के साथ बातचीत में कन्हैया कुमार ये भी कहा कि गांधी-नेहरू परिवार के योगदान को कम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी हिंदू धर्म की महानता को कम करने की भी कोशिश कर रही है।
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कन्हैया कुमार ने कहा कि देश में अगर भगवान राम की लहर है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर देश में नाथूराम गोडसे की लहर आती है तो फिर वो गलत होगी।कन्हैया कुमार ने कहा कि बीजेपी के प्रचार में कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा कि भगवान राम त्रेता युग में थे और बीजेपी का गठन 1980 में हुआ था।उन्होंने कहा कि बीजेपी इस काम में लगी हुई है कि राम को मानने वाले लोगों को कैसे धोखा दिया जाए इसलिए राम का नाम लिया जा रहा है। उन्होंने माना कि बीजेपी को इस खेल से फायदा होता है।उन्होंने कहा कि राजनीति उनके लिए वजहों और मुद्दों के लिए है और अगर पार्टी उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहती है, तो सभी 543 सीटें उनके लिए एक जैसी हैं।
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कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार कहता है कि कांग्रेस को इससे निपटने की क्या जरूरत है? राम जी की अगर लहर है देश में तो ये कोई बुरी बात तो है नहीं, बुरा तब होता जब नाथूराम की लहर होती। पहले ये तय कर लीजिए कि राम की लहर है या नाथूराम की लहर है। मुझे लगता है कि बीजेपी जिसको प्रचारित कर रही है ना उसमें बीजेपी का कोई रोल नहीं है।
राम जी त्रेता युग में हुए थे, बीजेपी 1980 में बनीं है और बीजेपी ये चाह रही है कि इस देश के राम के जो मानने वाले लोग हैं ना उनको कैसे ठगा जाए। मतलब नाम लिया जाए राम जी का और काम किया जाए नाथूराम का, ये जो खेल है इस खेल से बीजेपी को फायदा है और हमको लगता है कि ये इस देश की संस्कृति, इतिहास और आने वाली पीढ़ी के खिलाफ है।
हिंदू धर्म को मानने वाले जो लोग..
खिलाफ इसलिए है कि अगर हम राम जी की संकल्पना को इस देश में देखें तो बहुत रचे-बसे हैं, इंसानों के नाम हैं उनके नाम पर, जगह का नाम है उनके नाम पर। आज संस्कृति में देश के अलग-अलग हिस्सों में जब आप घूम कर देखेंगे तो किसी स्थान पर उनको कम नहीं किया जा सकता है। जैसे दूसरे धर्मों में ये है कि कोई स्थान जो है वो सबसे अहम होता है, हिंदू धर्म में सब स्थान अहम होते हैं और भगवान जरूरी होते हैं, राम जी भी जरूरी हैं, शिव जी भी उतने ही जरूरी हैं, विष्णु जी भी उतने ही जरूरी हैं, ब्रह्मा जी भी उतने ही जरूरी हैं। इसलिए हिंदू धर्म जो है वो दुनिया के और धर्मों से अलग है। हुआ ये है कि इस देश में हिंदू धर्म को मानने वाले जो लोग हैं उनके साथ छलावा किया जा रहा है। अपने राजनैति लाभ के लिए उस धर्म की विराटता है, उसका जो विस्तार है उसको कम करने की कोशिश की जा रही है और राम जी की संकल्पना में कहीं भी किसी और से नफरत की कोई जगह नहीं है।”
(Source PTI)