बीजेपी ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने के फैसले को ठहराया सही

प्रदीप कुमार – बीजेपी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुद्दे को एक अलग ही इशारा दे दिया। बीजेपी ने सवाल पूछा कि कांग्रेस के अंदर राहुल गांधी से कौन छुटकारा पाना चाहता है? केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सवाल पूछा कि क्या कांग्रेस राहुल की सदस्यता को लेकर गंभीर थी? केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि क्या कांग्रेस राहुल की सदस्यता को लेकर गंभीर थी? अनुराग सिंह ठाकुर ने सवाल उठाए की कार्रवाई के कुछ घंटों के भीतर जहा उसने पवन खेड़ा के मामले में अदालत का दरवाजा खटखटाया, लेकिन राहुल के मामले में ऐसा नहीं किया। केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने आगे कहा कि राहुल समझें कि कांग्रेस से अंदर कौन साजिश रच रहा है। राहुल गांधी को यह समझना होगा कि उन्हें किसने गलत राय दी है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि राहुल गांधी का पहले से ही असंसदीय आचरण रहा है, अहंकार इनका दिखता रहा है। क्या एक भी सही राय देने वाला कांग्रेस में नहीं बचा या जानबूझकर गलत सलाह दी गई। राहुल गांधी ने पहले ही अपने पार्टी का अध्यादेश फाड़ दिया था आज उन्हीं की पार्टी में से किसी ने खेल कर दिया इन्हें पता नहीं चला।

केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कहा था कि मैं दुर्भाग्य से सांसद हूं। भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं। जो उनको दुर्भाग्य लगता था, आज उससे भी उनके मुक्ति मिल गई। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राहुल गांधी ने एक सार्वजनिक सभा में प्रधानमंत्री के सरनेम के साथ अपशब्द जोड़ा था। जातिवाचक शब्द का प्रयोग करके अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इस आरोप पर सूरत कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है, उससे साफ है कि भारत की कानून व्यवस्था और प्रजातांत्रिक पद्धति से ऊपर कोई नहीं है। धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस गांधी परिवार के लिए अलग कानून-अलग अदालत चाहती है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कोर्ट ने जनप्रतिनिधि कानून 1953 के तहत सजा मिलने पर सदस्यता जाने का नियम है. ये पहली बार नहीं हुआ है. लोकसभा में कई सदस्यों की सदस्यता गई है।

कानून कहता है कि सदस्यता दोष सिद्ध होने के साथ चली जाती है इसके पहले राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने के फैसले के फौरन बाद संसद भवन परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने राहुल गांधी पर हमला बोला था। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने इसे कानून सम्मत फैसला करार दिया। केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी ने राहुल गांधी के मोदी सरनेम पर आए इस फैसले को सही ठहराते हुए राहुल गांधी के बयान को ओबीसी समाज का अपमान भी बताया है। pkबीजेपी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुद्दे को एक अलग ही इशारा दे दिया। बीजेपी ने सवाल पूछा कि कांग्रेस के अंदर राहुल गांधी से कौन छुटकारा पाना चाहता है? केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सवाल पूछा कि क्या कांग्रेस राहुल की सदस्यता को लेकर गंभीर थी? केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि क्या कांग्रेस राहुल की सदस्यता को लेकर गंभीर थी? अनुराग सिंह ठाकुर ने सवाल उठाए की कार्रवाई के कुछ घंटों के भीतर जहा उसने पवन खेड़ा के मामले में अदालत का दरवाजा खटखटाया, लेकिन राहुल के मामले में ऐसा नहीं किया।

केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने आगे कहा कि राहुल समझें कि कांग्रेस से अंदर कौन साजिश रच रहा है। राहुल गांधी को यह समझना होगा कि उन्हें किसने गलत राय दी है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि राहुल गांधी का पहले से ही असंसदीय आचरण रहा है, अहंकार इनका दिखता रहा है। क्या एक भी सही राय देने वाला कांग्रेस में नहीं बचा या जानबूझकर गलत सलाह दी गई। राहुल गांधी ने पहले ही अपने पार्टी का अध्यादेश फाड़ दिया था आज उन्हीं की पार्टी में से किसी ने खेल कर दिया इन्हें पता नहीं चला। केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कहा था कि मैं दुर्भाग्य से सांसद हूं। भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं। जो उनको दुर्भाग्य लगता था, आज उससे भी उनके मुक्ति मिल गई। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राहुल गांधी ने एक सार्वजनिक सभा में प्रधानमंत्री के सरनेम के साथ अपशब्द जोड़ा था। जातिवाचक शब्द का प्रयोग करके अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इस आरोप पर सूरत कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है, उससे साफ है कि भारत की कानून व्यवस्था और प्रजातांत्रिक पद्धति से ऊपर कोई नहीं है।

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धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस गांधी परिवार के लिए अलग कानून-अलग अदालत चाहती है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कोर्ट ने जनप्रतिनिधि कानून 1953 के तहत सजा मिलने पर सदस्यता जाने का नियम है. ये पहली बार नहीं हुआ है. लोकसभा में कई सदस्यों की सदस्यता गई है. कानून कहता है कि सदस्यता दोष सिद्ध होने के साथ चली जाती है इसके पहले राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने के फैसले के फौरन बाद संसद भवन परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने राहुल गांधी पर हमला बोला था। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने इसे कानून सम्मत फैसला करार दिया। केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी ने राहुल गांधी के मोदी सरनेम पर आए इस फैसले को सही ठहराते हुए राहुल गांधी के बयान को ओबीसी समाज का अपमान भी बताया है।

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