Shehzad Poonawalla : दिल्ली में स्मॉग टॉवर 23 करोड़ रुपये में बनाया गया सफेद हाथी है और इसे दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए बनाया गया था। हमें बताया गया कि ये स्मॉग टॉवर दिल्ली में प्रदूषण कम करेगा। इससे 70 प्रतिशत तक एक्यूआई सुधारने में मदद मिलेगी। लेकिन आज दिल्ली एक गैस चैंबर बन गई है। एक्यूआई कई जगहों पर 700, 600, 500 तक पहुंच गया है और इसके बावजूद ये स्मॉग टॉवर काम नहीं कर रहा है। दिल्ली स्मॉग टॉवर की तरह दिल्ली सरकार की प्रदूषण योजना भी काम नहीं कर रही है। दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए श्री केजरीवाल ने पिछले आठ नौ सालों में क्या किया है? हर साल यही कहानी है। पहले केजरीवाल ने हमें बताया कि ये पंजाब की पराली है जिम्मेदार, अब पंजाब में उनकी सरकार है। पंजाब में पराली की समस्या पहले से ही बढ़ गई है और इसमें 740 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। श्री केजरीवाल के सुझाए गए बायो डीकंपोजर का क्या हुआ, इससे ये सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि पराली जलना बंद हो जाए। पंजाब. में बायो डीकंपोजर को बनाने में 23 लाख रुपये खर्च हुए, इसके विज्ञापन पर 23 करोड़ रुपये खर्च हुए, ये स्मॉग टावर की तरह ही करदाताओं के पैसे की पूरी बर्बादी थी।
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बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली के प्रदूषण से निपटने में स्मॉग टॉवर और सरकार की योजनाएं पूरी तरह विफल रही हैं ।पूनावाला ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए पिछले नौ वर्षों में कुछ नहीं किया है और अब दिल्ली गैस चैंबर बन गई है।पूनावाला ने कहा.”दिल्ली में स्मॉग टॉवर 23 करोड़ रुपये में बनाया गया सफेद हाथी है और इसे दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए बनाया गया था। हमें बताया गया कि ये स्मॉग टॉवर दिल्ली में प्रदूषण कम करेगा। इससे 70 प्रतिशत तक एक्यूआई सुधारने में मदद मिलेगी। लेकिन आज दिल्ली एक गैस चैंबर बन गई है।दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शुक्रवार सुबह 700 अंक को पार कर “खतरनाक” श्रेणी में पहुंच गया।
(Souce PTI )