CAA Law: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले केंद्र सरकार ने CAA को लागू कर दिया है । वहीं CAA को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्षी पार्टियों में राजनीति तेज होने लगी है। वहीं BJP के नेता पीएम मोदी के इस फैसले को ऐतिहासिक कदम बता रहे है । वहीं विपक्ष CAA को लेकर विरोध कर रहा है।आपको बता दें कि दिल्ली में हजारों की संख्या में पाकिस्तान व अफगानिस्तान से आए हिंदू शरणार्थी शरणार्थी रहते है। सीएए लागू होने से उन्हें भारत की नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो गया है। मंगलवार को इनके प्रतिनिधि भाजपा के प्रदेश कार्यालय में पहुंचकर केंद्र सरकार का आभार भी जताया।
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सीएम केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके किया था विरोध
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस कानून का विरोध किया था । उनका कहना था कि BJP भाजपा ने लोकसभा चुनाव में लाभ उठाने के लिए यह कानून लागू किया था । उसके पड़ोसी देशों से लाखों लोग भारत में आएंगे।जिससे यहां की व्यवस्था चौपट हो जाएगी।वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सीएम केजरीवाल पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था । BJP के अन्य नेताओं ने भी सीएम केजरीवाल के बयान का विरोध किया था। इसी क्रम में गुरुवार को हिंदू व सिख शरणार्थियों के प्रदर्शन की घोषणा से सीएए को लेकर राजनीति और तेज होने की संभावना है।
क्या है ‘CAA?
(CAA ) के तहत नए कानून से बांग्लादेश,पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदायों से संबंधित अल्पसंख्यक भारतीय नागरिक बन सकेंगे।CAA को लेकर सोमवार को अधिसूचना जारी कर दी गई। बता दें कि नागरिकता संशोधन अधिनियम विधेयक 2019 को संसद द्वारा पारित किया गया था। और इसे राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई है।