CAA Rules In India:केंद्र सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इसी के साथ देशभर में सोमवार 11 मार्च से CAA लागू हो गया । वहीं सीएए के अमल में आने के बाद देश की राजधानी दिल्ली, यूपी, राजस्थान समेत अन्य राज्यों में सुरक्षा को बढ़ा दी गई है किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो इसके लिए मुस्लिम बहुल इलाकों में फ्लैग-मार्च निकाला जा रहा है. साथ ही सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है.सीएए लागू होने के बाद पूरे देश में विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया आने लगी है ।
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कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह राजपूत ने CAA पर दिया ये बयान
जब-जब भारतीय जनता (BJP) पार्टी चुनाव के समय पर आती है, उसे मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने और हिंदू-मुसलमान या सांप्रदायिकता का काम करना होता है। उन्होंने सांप्रदायिकता का कार्ड खेलने का पूरा प्रयास किया। लेकिन देश अब बहकावें में आने वाला नहीं है। इन बातों पर चुनाव नहीं होगा, मुद्दों पर चुनाव होगा। सीएए का आप कानून लाइए, उसके प्रावधान लाइए हम उसको गुण-दोष के आधार पर बात करेंगे। लेकिन आप ये कानून चुनाव से पहले लेकर आए हैं शुद्ध रूप से चुनाव को सांप्रदायिक बनाने के लिए ऐसा हमारा आरोप है।
जानें किन्हें मिलेगी भारत देश की नागरिकता
CAA के कानून के तहत केंद्र सरकार बांग्लादेश पाकिस्तान. और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 तक आए प्रताड़ित गैर मुस्लिम प्रवासियों. हिंदू ,सिख जैन, पारसी को भारतीय नागरिकता देना शुरु कर देगी । साल 2019 में दिसंबर के महीने में CAA पारित हुआ था और इसे राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई। हालांकि, अभी तक कानून को लागू नहीं किया जा सका है और इसे लागू करने के लिए नियम जरूरी हैं।