हरियाणा, (डॉ महेश कुमार): हिसार पुलिस नकली करेंसी के मामले की तह तक पहुंचने में लगी है। फेक करेंसी मामले में हिसार पुलिस की CIA वन की टीम ने तीन और आरोपियों को गिरफ़्तार किया है।
दरअसल, फेक करंसी के मामले में सोशल मीडिया अब नए ग्राहकों की तलाश का सबसे बड़ा ज़रिया बन चुका है। फेक करंसी के बाजार में आसानी से पहुंच बनाने का सोशल मीडिया पर यह सबसे आसान तरीका है। हिसार की CIA वन की टीम ने 2 लाख 56 हजार 1 सौ रुपए के नकली नोटों के साथ एक शख्स को गिरफ़्तार किया था। पुलिस रिमांड पर इस गिरफ़्तार शख्स से मिली जानकारी के आधार पर सीआईए वन की टीम ने तीन और गिरफ्तारियां की है।
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वहीं फेक करंसी के मामले में पुलिस की गिरफ़्त में आए तीनों आरोपियों की पहचान यूपी के गौतमबुध नगर के दादरी इलाके के रहने वाले पवन कुमार, दिल्ली के बुराड़ी में रहने वाले विकास कुमार और हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के रहने वाले नवनीत और नवी के रूप में हुई है। नवनीत उर्फ नवी BA.LLB पास है और हिमाचल के मंडी की अदालत में 2 महीने पहले तक प्रैक्टिस किया करता था लेकिन अपने ऊपर कर्ज के बोझ को ख़त्म करने के लिए अदालत में प्रैक्टिस छोड़कर वो नकली नोट छापने के धंधे में लग गया।
नवनीत उर्फ नवी ने संजौली माल रोड शिमला में दो कमरे किराए पर लेकर लैपटॉप, प्रिंटर, कलर इंकजेट प्रिंटर, लैमिनेटर, कागज, स्याही बगैरा ख़रीद कर नकली नोटों का यह धंधा शुरू किया था और नकली नोटों के लिए ग्राहक ढूंढने का काम सोशल मीडिया के जरिए किया जाता था। आपको जानकर हैरानी होगी कि नकली नोट छापने वालों में एक शख्स पवन कुमार ऐसा भी है जो साल 2016 में BAMS की परीक्षा पास कर चुका है और एक जनरल फिजिशियन है। फिलहाल सीआईए वन की टीम नकली नोटों के इस धंधे से जुड़े बाकि आरोपियों की तलाश में जुटी है।