फरीदाबाद, Chinese Manjha: हरियाणा में चाइनीज मांझा की अवैध बिक्री को लेकर सरकार सख्त है। मुख्यमंत्री उड़न दस्ता ने शुक्रवार को गुप्त सूचना के आधार पर फरीदाबाद बाजार में औचक दबिश दी। जिसमें चाइनीज मांझा बेचने वाले दुकानदारों पर त्वरित कार्रवाई की गई। मुख्यमंत्री उड़न दस्ता के एक्शन से मार्केट में हड़कंप सा मच गया।Chinese manjha
मुख्यमंत्री उड़न दस्ता फरीदाबाद को गुप्त सूचना के आधार पर पुरानी चुंगी, ओल्ड फरीदाबाद तथा बल्लभगढ़ और सीही गांव के पास स्थानीय मार्केट में प्रतिबंधित चाइनीज मांझा पकड़ने का अभियान चलाया गया। एक टीम में मुख्यमंत्री उड़न दस्ता की टीम और थाना ओल्ड फरीदाबाद के पुलिस कर्मचारी ओल्ड फरीदाबाद की स्थानीय मार्केट में बंटी बुक सेंटर व बिट्टू बुक डिपो का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उपरोक्त दोनों दुकानों में चाइनीज मांझा तो नहीं मिला लेकिन जिन दुकानों में प्लास्टिक की पतंग व मांझा रखा मिला। जिस सम्बंध में नगर निगम फरीदाबाद की टीम को मौके पर बुलाया गया। सुपरवाइजर नगर निगम ओल्ड फरीदाबाद कार्यालय ने मौके पर निरीक्षण उपरांत प्रतिबंधित पॉलीथिन की पतंग आदि रखने वालों पर 3-3 हजार रुपये का जुर्माना करते हुए चालान काटा है, जिसका भुगतान मौके पर ही कराया गया है।Chinese manjha
दूसरी टीम में तैनात मुख्यमंत्री उड़नदस्ता फरीदाबाद द्वारा निरीक्षण पर ग्रीनबेल्ट मदीना मस्जिद के पास चारपाई पर चाइनीज मांझा रख कर बेचा रहा था। मौका पर 10 रोल छोटे प्रतिबंधित चाइनीस मांझा रखे मिले। इन प्रतिबंधित चाइनीज मांझा को सेक्टर-3 पुलिस चौकी के हवाले किया गया है। जिस संबंध में स्थानीय पुलिस द्वारा अभियोग अंकित किया गया है।
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ACP सीएम फ्लाइंग स्क्वायड राजेश चेची ने बताया कि संयुक्त टीम द्वारा शीतला माता मंदिर रोड गांव सीही सेक्टर-8 फरीदाबाद में पतंगों की होलसेल की दुकान का औचक निरीक्षण किया गया। मौके पर चाइनीज मांझा के 8 पैकेट छोटे एक पैकेट बड़ा जिसमें लगभग 900 ग्राम चाइनीज धागा मिला जिसको सेक्टर-8 पुलिस चौकी के हवाले किया गया है जिस बारे में भी अलग से अभियोग अंकित करके नियमानुसार कार्रवाई की गई है।
गौरतलब है, राष्ट्रीय हरित अधिकरण ( NGT ) ने चाइनीज मांझे की बिक्री पर साल 2017 के जुलाई माह में पूरी तरह से रोक लगा दी थी। एनजीटी ने पीपल्स फॉर एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल की अर्जी पर सुनवाई करते हुए कहा था कि इस खतरनाक चाइनीज मांझे से पशु-पक्षी और लोगों को खतरा है, वह जख्मी हो जाते हैं और कई बार तो हादसे का शिकार होकर उनकी जान भी चली जाती है। बढ़ते हादसों के चलते एनजीटी ने चाइनीज मांझे की बिक्री को पूरी तरह से बैन कर रखा है।