CM केजरीवाल: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी की टिप्पणी को लेकर भारत ने बुधवार को अमेरिका की एक वरिष्ठ राजनयिक को तलब किया और कड़ा विरोध दर्ज कराया। भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने अमेरिकी मिशन की कार्यवाहक उप-प्रमुख ग्लोरिया बर्बेना को साउथ ब्लॉक कार्यालय में तलब किया था। बैठक 30 मिनट से ज्यादा समय तक चली। इसके बाद अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि इस मामले में निष्पक्ष और पारदर्शी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
मिलर ने कहा, “हम दिल्ली के CM केजरीवाल की गिरफ्तारी सहित इन कार्रवाइयों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। हम कांग्रेस पार्टी के आरोपों से भी अवगत हैं कि आयकर अधिकारियों ने उनके कुछ बैंक खातों को इस तरह से फ्रीज कर दिया है कि उनके लिए आगामी चुनाव में प्रभावी ढंग से प्रचार करना चुनौतीपूर्ण हो जाएगा। हम इनमें से प्रत्येक मुद्दे के लिए निष्पक्ष, पारदर्शी और समय पर कानूनी प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करते हैं। मैं किसी भी निजी राजनयिक बातचीत के बारे में बात नहीं करने जा रहा हूं। हमें नहीं लगता कि किसी को इस पर आपत्ति होनी चाहिए।
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अमेरिकी विदेश विभाग एक अधिकारी ने कहा था कि वाशिंगटन मुख्यमंत्री केजरीवाल के लिए निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध कानूनी प्रक्रिया के लिए प्रोत्साहित करता है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने शराब घोटाले से जुडे़ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। ये मामला 2021-22 के लिए दिल्ली सरकार की आबकारी नीति बनाने और लागू करने में कथित भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है। इस नीति को बाद में रद्द कर दिया गया था।