नई दिल्ली, (देवेश कुमार): सोमवार 18 जुलाई को देश के अगले राष्ट्रपति के लिए चुनाव हुआ। सभी सांसद और विधायक नए राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाल रहे है। इस दौरान दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी अपना मतदान किया। वोट डालने के बाद सीएम केजरीवाल मीडिया के मुखातिब हुए और कहा कि, मैने भी अपना वोट डाला, मैं उम्मीद करता हूं की देश को सही और अगले अच्छे राष्ट्रपति मिलेंगे।
इसके बाद सिंगापुर जाने पर मुख्यमत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, मैं कोई अपराधी तो नही हूं, और एक चुना हुआ मुख्यमत्री हूं। इस देश का स्वतंत्र आजाद नागरिक हूं, मुझे वहां जाने से क्यों रोका जा रहा है, मेरी समझ के बहार है। सिंगापुर में दुनिया भर के बड़े-बड़े नेता आ रहे है। सिंगापुर की सरकार ने स्पेशली मुझे बुलाया है। दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य के ऊपर जो क्रांति हुई है और दिल्ली में अलग-अलग क्षेत्रों में जो तरक्की हुई है, दिल्ली मॉडल के बारे में वहां पर प्रस्तुत करने के लिए। पूरी दुनिया के लीडर जो है वो दिल्ली मॉडल के बारे में सुनेंगे इससे देश का गौरव बढ़ेगा।
उन्होंने आगे कहा कि, दिल्ली मॉडल की चर्चा पूरी दुनियां में हो रही है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप आए थे तो उनकी पत्नी ने दिल्ली स्कूल के बारे में सुना था वो दिल्ली के स्कूल देखने गई, उसके बाद उन्होंने दिल्ली शिक्षा के बारे में तारीफ की, नॉर्वे की पूर्व प्रधानमंत्री दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक देखने आई हैं, यूएन के पूर्व महासचिव बान की मून दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक देखने आए, यह देश के लिए गर्व की बात है। मुझे लगता है कि केंद्र सरकार को इस तरह की चीजों को रोकना नहीं चाहिए।
केजरीवाल ने कहा कि, अनुमति ना देने पर लीगली कोई कारण नहीं नजर आ रहा है जाहिर तौर पर इस पर राजनीति हो रही है। ऐसा तो है नहीं कोर्ट ने मेरे ऊपर रोक लगा रखी है मैंने कोई अपराध किया हुआ है। आम नागरिक देश से बाहर जाने के लिए स्वतंत्र है अरविंद केजरीवाल क्यों नहीं जा सकता मैं वैसे भी ज्यादा विदेश दौरे नहीं करता, जब से मुख्यमंत्री बना हूं एक दो विजिट ही किए होगे, लेकिन जब देश की बात हो रही है। देश की तरक्की की बात हो रही हो, तब मुझे लगता है जब पार्टी बाजी वाली राजनीति छोड़ कर सबको एक साथ होकर एकजुट होकर देश की तरक्की के बारे में बात करनी चाहिए।
वहीं इस दौरान जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगने के बारें में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, यह बड़ी दुख की बात है कि, एक तरफ पूरा देश महंगाई से जूझ रहा है बहुत ज्यादा महंगाई हो गई है देश के अंदर और दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने जो खाने पीने की वस्तु थी इनपर भी टैक्स लगा दिया है, और मंहगा कर दिया है। मैं मांग करता हूं कि केंद्र सरकार ने यह जो खाने-पीने की वस्तुओं पर टैक्स लगाया है उसको वापस लिया जाए आज देश में अकेला दिल्ली राज्य ऐसा है जहां एक आम नागरिक को महंगाई के बीच थोड़ी सुविधा दे रहे हैं।
सीएम ने कहा कि, बच्चों की शिक्षा फ्री कर रखी है, सबके घर के लोगों का इलाज मुफ्त होता है। सबकी बिजली मुफ्त कर रखी है पानी मुफ्त कर रखा है, महिलाओं का सफर फ्री कर रखा है योगा सिखा रहे हैं, तीर्थ यात्रा करा रहे हैं, यह सारी चीजें ऐड करें तो हर परिवार को 10 से ₹15 हजार का फायदा है इतनी महंगाई के जमाने के अंदर दिल्ली सरकार लोगों को महंगाई से थोड़ी सी रियायत दे रही है मैं केंद्र सरकार से निवेदन करता हूं कि यह जीएसटी जो लगाई गई है वह सही नहीं है इसको वापस लिया जाना चाहिए।