लखनऊ, (शिव त्यागी): उत्तर प्रदेश साइबर पुलिस ने ऐसे साइबर अपराधियों पर नकेल कसने की कार्यवाही शुरू कर दी है, जो की महज 10 से 20 हजार रुपए तक का तुरंत लोन देने के नाम पर युवक-युवतियों को ब्लैक मेल कर पैसा ठग रहे हैं। यूपी साइबर पुलिस ने इस ठगी को अंजाम देने के लिए बनाई गई लोन देने वाली 274 मोबाइल ऐप की सूची RBI को भेजी है। अब आरबीआई से इस बात की तस्दीक की जा रही है कि क्या ये ऐप आरबीआई की गाइडलाइन का पालन कर रही है, या नही। इसके बाद इन ऐप को देश के अंदर बैन किया जा सकता है।
नोएडा साइबर सेल इंचार्ज रीता यादव ने बताया कि महज दस से 20 हजार का तुरंत लोन देने का दावा करने वाली सैकड़ों ऐप इन दिनों युवक और युवतियों के साथ-साथ अन्य वर्ग के लोगों को ब्लैकमेल करने का काम कर रही है। इन ऐप्स को जैसे ही डाउनलोड करके इनकी सर्विस शुरू की जाती है। तभी इन ऐप के माध्यम से साइबर अपराधी ऐप डाउनलोड करने वाले व्यक्ति के कांटेक्ट नंबर और फोटो गैलरी एक्सिस कर लेते हैं और फिर लोन देने के बाद पहले तो लोन की रकम का दोगुना पैसा वसूलते हैं।
उसके बाद लोन लेने वाले व्यक्ति की उसकी फोन गैलरी से फोटो और वीडियो लेकर उनको अश्लील फोटो में तब्दील कर ब्लैकमेल करते हुए प्रताड़ित करते हैं। इसके बाद पैसे की मांग करते हैं। उनकी मांगें पूरी नहीं होने पर साइबर अपराधी पीड़ित के फोन में मौजूद कांटेक्ट नंबर पर ये फोटो और वीडियो भेज कर उसको बदनाम करते हैं।