दिल्ली। सीडब्ल्यूसी की सोमवार को करीब 7 घंटे की बैठक के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया गांधी ने कहा, हम बड़े परिवार का हिस्सा हैं। हमारी सोच में अंतर हो सकता है लेकिन हमें साथ रहना चाहिए। समय की मांग है कि हम जनता के लिए लड़ें और उन ताकतों से लड़ें जो देश को बर्बाद कर रही हैं। बैठक में संगठन में बदलाव के लिए कदम उठाने की बात हुई है। अगले अधिवेशन तक सोनिया जी पद पर बनी रहेंगी।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा सीडब्ल्यूसी बैठक में सभी की सहमति से प्रस्ताव पास हुआ है। जिसमें सीडब्ल्यूसी ने पार्टी के सामने आ रही चुनौतियों से निपटने के लिये आवश्यक संगठनात्मक बदलाव के लिये सोनिया गांधी को अधिकृत किया. इसके अलावा कांग्रेस का अनुशासन एवं गरिमा बनाए रखने के लिए अपनी बातें पार्टी के मंच पर रखने की नसीहत दी गई।
LIVE: Congress Working Committee Briefing by Shri @kcvenugopalmp and Shri @rssurjewala at AICC HQ https://t.co/KqNfFdWpgq
— Congress (@INCIndia) August 24, 2020
पार्टी के अंदरूनी मामलों पर विचार-विमर्श मीडिया के माध्यम से या सार्वजनिक पटल पर नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस कार्य समिति ने सभी कार्यकर्ताओं व नेताओं को राय दी कि पार्टी से संबंधित मुद्दे पार्टी के मंच पर ही रखे जाएं, ताकि उपयुक्त अनुशासन भी रहे और संगठन की गरिमा भी बनी रहे।
कुछ नेताओं द्वारा सोनिया जी को लिखे पत्र पर निष्कर्ष निकालने के लिए । सत्तारूढ़ दल बीजेपी के खिलाफ सबसे बुलंद आवाज सोनिया जी और राहुल जी की ही रही। दोनो नेताओं की आवाज ने बीजेपी सरकार से जवाब लेने के लिए प्रेरित किया। बैठक में सोनिया जी और राहुल जी को मजबूत करने का आह्वान लिया गया है।
सीडब्ल्यूसी में ये प्रस्ताव भी पारित किया गया कि पार्टी एवं उसके नेतृत्व को कमजोर करने की अनुमति न तो किसी को दी जा सकती है और न ही किसी को दी जाएगी।
सुरजेवाला ने कहा सोनिया गांधी ने कहा है कि कांग्रेस एक बड़ा परिवार है, वैचारिक असहमति की अनुमति है। आखिर में हम एक हैं। 130 करोड़ लोगों की लड़ाई जरूरी है जिपर मोदी सरकार ने हमला बोल रखा है। एकजुट से लड़ाई की बात कही। किसी साथी के प्रति उन्हें कोई द्वेष दुर्भावना नही है। आह्वान किया कि मिलकर 130 करोड़ लोगों की आवाज उठाई यही राजधर्म है। पत्र लिखने वालों के खिलाफ कार्रवाई के सवाल पर सोनिया जी ने कहा कि सभी परिवार का हिस्सा है, उन्हें इस मामले में जितनी ठेस पहुंची हों उसके बावजूद भी। अब हमें इसे भूलकर आगे की ओर बढ़ना है।
सुरजेवाला ने कहा सभी ने राहुल जी से अध्यक्ष बनने की भावना रखी और लगभग सभी सदस्यों ने उनसे ये मांग रखी है। मैं खुद चाहता हूं कि आगे राहुल जी नेतृव करें।