दिल्ली। (रिपोर्ट- अनिल सिंह) देश की राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। कोरोना की संक्रमितों की संख्या ढाई लाख के करीब है। वहीं मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है इसमें गिरावट देखने को नहीं मिल रही है। इसको लेकर सियासत भी गरमाई हुई है और आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री पड़ोसी राज्यों से आने वाले मरीजों को इसके लिए जिम्मेदार बता रहे हैं।
इस पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि दिल्ली में सबसे कम प्रतिशत में मौतें हो रही हैं। उन्होंने कहा कि ‘डेथ परसेंटेज के हिसाब से है। हर दिन चार-साढ़े चार हजार केसेज आ रहे हैं। उसके हिसाब से डेथ केसेज में तेजी दिख रही है. लेकिन इसकी दर 0.75% है। पूरे देश के अंदर ही यह महामारी फैली हुई है। दिल्ली में तो सबसे कम प्रतिशत में मौत हो रही है।
दिल्ली में जब से अनलॉक की प्रक्रिया का चौथा फेज शुरू हुआ है। तब से लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ मौतों के आंकड़े भी बढ़ रहे हैं। बढ़ते मरीजों की संख्या के लिए केजरीवाल सरकार पड़ोसी राज्यो से आने वाले मरीजों को जिम्मेदार बता रही है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के इस बयान को लेकर बीजेपी ने केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य मॉडल को फेलियर बताते हुए कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार के बेहतरीन अस्पताल हैं। जिसमें केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना के तहत गरीबों का मुफ्त इलाज होता है और इसलिए लोग दिल्ली आते हैं। कोरोना मरीजों की संख्या को लेकर सरकार का अपना तर्क है। और विपक्ष का अपना तर्क है। बहरहाल मरीजों को एक बेहतर इलाज की जरूरत है , जो वक्त पर मिल जाए। जिससे मरीज की जान बच सके।
आपको बता दें, दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2548 नए मामले आए हैं। वहीं कुल मामले बढ़कर 2,49,259 हो गए हैं। पिछले 24 घंटे में 33733 कोरोना टेस्ट हुए हैं। लगातार दूसरे दिन टेस्ट में कमी के बाद कोरोना के बढ़ते मामलों में भी कमी आई है। दिल्ली में कोरोना से मौत के आंकड़ों में गिरावट देखने में नहीं आ रही है, पिछले 24 घंटे में 24 मरीजों की मौत हुई है। वहीं कुल मौत का आंकड़ा 5014 है।
इसके दूसरी ओर बीजेपी आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार पर हमलावर है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केजरीवाल सरकार को फिर आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली सरकार के कोरोना ऐप पर अस्पतालों में कोरोना आरक्षित बेड व वेंटिलेटर की संख्या को सही से अपडेट नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि काफी अस्पताल ऐसे हैं जो कि लंबे समय से बेड व वेंटिलेटर की संख्या को अपडेट नहीं कर रहे हैं, जिससे कि मरीजों को सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। केजरीवाल सरकार की यह लापरवाही लोगों की जान पर भारी पड़ सकती है।