Cricket News – रोहित शर्मा की टीम महीने भर पहले वर्ल्ड कप फाइनल में हार की टीस दूर करने में जुटी है। अब टीम का इरादा दक्षिण अफ्रीका की जमीन पर सीरीज जीत का 31 साल पुराना सूखा खत्म करने का है। दो मैच की टेस्ट सीरीज 1992 के बाद से दक्षिण अफ्रीका में भारत की नौवीं टेस्ट सीरीज है और कप्तान रोहित के लिए बड़ी चुनौती है। क्योंकि जीत की राह में आने वाली तमाम चुनौतियां उनके सामने हैं।
बॉक्सिंग डे पर सुपरस्पोर्ट पार्क में मैच शुरू होने से पहले शुरुआती दो दिनों में अपेक्षित भारी बारिश कम होनी चाहिए। तेज रफ्तार वाला सेंचुरियन ट्रैक उछाल में भारी बदलाव के लिए जाना जाता है। ठंड भरे हवादार मौसम में इस मैदान पर बैट और बॉल के बीच मुकाबला रोचक होगा।
Read also – सोशल मीडिया के दोस्तों ने नाबालिग लड़की से किया गैंगरेप
वर्ल्ड कप में रोहित के पास कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी की जीत का सिलसिला आगे बढ़ाने का मौका था। अब दक्षिण अफ्रीका में सीरीज की जीत उन्हें उस ताज से नवाज सकती है, जो उनके पूर्ववर्तियों कप्तान नहीं पहन सके थे। अजहरुद्दीन, तेंदुलकर, गांगुली, द्रविड़, धोनी और कोहली जैसे भारतीय कप्तान दक्षिण अफ्रीका में सीरीज नहीं जीत पाए थे।
रोहित की टीम को टेम्बा बावुमा की अगुवाई वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम से तेज गेंदबाजी का सामना करना होगा, जो युवा भारतीय बल्लेबाजों के लिए भारी चुनौती होगी। कैरेबियन में ज्यादा उछाल वाली पिच पर यशस्वी जयसवाल को रबाडा, एनगिडी, जानसेन और कोएत्जी का सामना करना होगा। शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर उपमहाद्वीप की पिचों पर कामयाब रहे हैं। अब उन्हें ज्यादा चुनौती वाली पिच पर अपने जलवे दिखाने होंगे। शॉर्ट-बॉल हिटर के रूप में मशहूर अय्यर को पिच का मिजाज समझना होगा।